बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व की मशहूर बाघिन की बेटी सहित मौत
मानपुर/रामाभिलाष त्रिपाठी। जिले के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व की मशहूर टी-42 बाघिन और उसकी बेटी की मौत हो गई है। दोनो मां-बेटी का शव कल धमोखर परिक्षेत्र की परासी बीट के कक्ष क्रमांक पी-145 मे पाया गया। पार्क अमले को गश्ती के दौरान उक्त स्थान पर पहले टी-42 की लाश मिली। खोजबीन करने पर करीब 200 मीटर दूर उसकी मादा शावक भी मृत पाई गई। दोनो का शव करीब दो से तीन दिन पुराना बताया गया है। इस इलाके मे अन्य बाघों एवं भालुओं की मूवमेंट को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि बाघिन और उसके बेटी की मौत टेरीटोरी फाईट का नतीजा हो सकती है। बहरहाल पार्क प्रबंधन इस घटना की जांच मे जुट गया है।
किया गया अंतिम संस्कार
परिक्षेत्र अधिकारी ताला द्वारा घटना की सूचना दिये जाने पर सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ तथा एनटीसीए के प्रतिनिधि तत्काल मौके पर पहुंचे तथा हालात का जायजा लिया। अधिकारियों के निर्देश पर स्नीफर डॉग बेली से इलाके की सर्चिंग कराई गई। इसके उपरांत एसओपी के अनुसार दोनो शवों का पोस्टमार्टम तथा आवश्यक सेंपल आदि की कार्यवाही पूर्ण कर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
हफ्ते भर से था मूवमेंट
बताया गया है कि मृत टी-42 बाघिन बीते करीब एक सप्ताह से इस इलाके मे अपने शावकों के सांथ देखी जा रही थी। जिसे देखते हुए पार्क प्रबंधन द्वारा 8 हाथियों की मदद से उन्हे कोर क्षेत्र मे भेजने का प्रयास किया जा रहा था। इसी दौरान मादा बाघ टी-42 के शरीर पर कुछ घाव भी देखे गये थे। अनुमान है कि बाघिन किसीे अन्य बाघ से हुए संघर्ष मे चोटिल हुई थी।
तीन बार दिया शावकों को जन्म
दस वर्षीय टी-42 बांधवगढ़ का जाना माना नाम है, जिसने पार्क मे बाघों के कुनबे को बढ़ाने मे महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसका जन्म वर्ष 2010 मे हुआ था। वयस्क होने के बाद इसने तीन बार शावकों को जन्म दिया था। अचानक उसकी बेटी सहित हुई मौत से पार्क के अधिकारी, कर्मचारी तथा जिले के वन्यजीव प्रेमी गमजदा हैं। उनका मानना है कि टी-42 तथा उसकी बेटी आने वाले दिनों बाघों की संख्या बढ़ाने मे मददगार साबित हो सकते थे। उनकी मौत से पार्क को बड़ा नुकसान हुआ है।
चरवाहों पर बाघ का हमला
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान से सटे ग्राम दुलहरा के समीप बाघ के हमले मे दो चरवाहेे घायल हो गये। बताया गया है कि शिवप्रसाद पिता लल्ली साहू 42 तथा राखेलावन पिता मल्थू बैगा 45 दोनो दिवासी ग्राम दुलहरा कल मवेशी चरा रहे थे, इसी दौरान झाडिय़ों मे छिपे बाघ ने उन पर हमला कर दिया। उनके तथा ग्रामीणो के जोर-जोर से चिल्लाने पर बाघ जंगल की ओर चला गया। इस घटना के बाद दोनो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर मे भर्ती कराया गया है।
एक और बेटी की तलाश
टी-42 की एक और बेटी देखी गई थी, जिसका मुआयना करने पर पाया गया है कि वह स्वस्थ है परंतु भूंखी है। जिस पर नजर रखने के लिये हांथियों सहित अमले को तैनात किया गया है।
विंसेन्ट रहीम
क्षेत्र संचालक
बीटीआर, उमरिया
शावक सहित मिला टी-42 का शव
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