दो वन परिक्षेत्रों मे 25 से अधिक टाईगरों का मूवमेंट, बढ़ी मवेशियों पर हमले की घटनायें
बांधवभूमि, सोनू खान
शहडोल। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे बढ़ते बाघ अब पड़ोसी जिले के सीमीवर्ती ब्यौहारी व जयसिंहनगर मे अपना ठिकाना बनाने की फिराक मे हैं। यहां के रिहायशी इलाकों मे वन्यजीवों के घुसने की वारदातेंं बढ़ती ही जा रही हैं। बाघ के अलावा तेंदुआ और भालुओं का मूवमेंट क्षेत्र मे लगातार बना हुआ है। हाल ही मे जयसिंनगर वन परिक्षेत्र के टेटका ग्राम मे बाघ दिखने के बाद अब उत्तर वन मंडल वन परिक्षेत्र अमझोर सीधी चौकी के सरहदपुर मे मवेशियों को किल करने की घटना से ग्रामीण दहशत मे है। जानकारी के मुताबिक शहड़ोल जिले के केवल ब्यौहारी और जयसिंहनगर परिक्षेत्रों मे ही करीब 30 से अधिक टाइगरों की उपस्थिति बनी हुई है।
संजय टाईगर से भी हो रही आमद
सीसीएफ शहड़ोल एलएल उईके ने बताया कि सिर्फ बांधवगढ़ ही नहीं संजय टाइगर रिजर्व मे भी बाघों की संख्या मे इजाफा हुआ है। जहां के बाघ भी शहड़ोल के ब्यौहारी व जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र मे विचरण कर रहे हैं। वन विभाग उनकी निगरानी कर रहा है। उन्होने बताया कि पिछले 4-5 दिनों से ब्यौहारी व जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र मे अलग अलग बाघ रिहायसी इलाके मे विचरण करते हुए नजर आए है। जिन्होने 7 से अधिक मवेशियों का शिकार किया है।
इंसानो पर नहीं हुआ कोई हमला
स्थानीय लोगों ने कुछ बाघों का वीडियो भी बनाया है। जिसे सोशल मीडिया मे वायरल किया जा रहा है। शहडोल सीएसएफ एलएल उईके के अनुसार विभाग द्वारा लगातार ग्रामीणो से अकेले जंगल मे न जाने की अपील की जा रही है। पुलिस भी अपनी ओर से उचित व्यवस्था मे जुटी हुई है। उन्होने बताया कि बाघों ने मवेशियों का शिकार तो किया है परंतु किसी इंसान को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। जिससे साफ है कि यदि सतर्कता बरती जाय तो नुकसान से बचा जा सकता है। सीसीएफ श्री उईके के मुताबिक बाघों के हमले मे मारे गये मवेशियों को मुआवजा देने की कार्यवाही की जा रही है।
शहडोल को ठिकाना बना रहे बांधवगढ़ के बाघ
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