नपा मे भाजपा के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष काबिज, दोनो पदों पर मिले 8-8 वोट
बांधवभूमि, तपस गुप्ता
बिरसिंहपुर पाली। शहर की नगर पालिका मे एक बार फिर भाजपा अपना अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनवाने मे सफल रही है। कल कॉलरी क्लब मे विहित प्राधिकृत अधिकारी एवं अपर कलेक्टर (विकास)श्रीमती इला तिवारी की अध्यक्षता एवं एसडीएम सुश्री नेहा सोनी की उपस्थिति मे आयोजित निर्वाचित पार्षदों के प्रथम सम्मिलन के उपरांत चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। कांग्रेस की ओर से रामजी रौतेल (सागर) ने नामांकन भरा जबकि भाजपा की तरफ से शकुंतला प्रधान ने परचा दािखल किया। संवीक्षा के बाद हुए मतदान मे सुश्री प्रधान को 8 और कांग्रेस के रौतेल को 7 वोट हांसिल हुए। इसी तरह उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के राजू पटेल ने 8 मतों के सांथ चुनाव जीता, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार संजीव खण्डेलवाल को 7 वोट मिले। मतगणना और परिणामो की घोषणा के बाद प्राधिकृत अधिकारी इला तिवारी और एसडीएम नेहा सोनी ने निर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को प्रमाण पत्र प्रदान किये।
मंत्री की अगुवाई मे निकला जुलूस
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की जीत का प्रमाण पत्र मिलने के बाद भाजपा द्वारा जनजातीय मंत्री सुश्री मीना सिंह की अगुवाई मे जुलूस निकाला गया, जो मतगणना स्थल से रवाना हो कर मां बिरासिनी मंदिर पहुंचा। जहां सभी ने माता की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर पार्टी के जिलाध्यक्ष दिलीप पाण्डेय, पं. प्रकाश पालीवाल, जितेंद्र जगवानी, सरजू प्रसाद अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, जितेंद्र जगवानी, केवी बर्मन, सत्या विश्वकर्मा, घनश्याम कुशवाहा, प्रमिला जगवानी, भरत प्रजापति सहित बड़ी संख्या मे भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे।
विधायक रह चुकी हैं अध्यक्ष
इस जीत के सांथ ही नगर पालिका परिषद की नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुश्री शकुंतला प्रधान का लंबा वनवास समाप्त हो गया है। प्रधान वर्ष 1998 मे जिले की नौरोजाबाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुनी गई थी। 2003 मे पार्टी ने उनकी टिकट काट दी। 2013 मे एक बार फिर कांग्रेस ने टिकट तो दी, पर जीत नहीं मिल सकी। 2018 मे शकुंतला ने भाजपा का दामन थाम लिया। हाल ही के नगर पालिका चुनाव मे पार्टी ने उन्हे वार्ड नंबर 14 से टिकट दिया। इस बार किस्मत उनके सांथ रहीं। पार्षद बनने के बाद भाजपा ने अध्यक्ष के लिये शकुंतला प्रधान को ही अपना उम्मीदवार बनाया, जिसमे जीत कर उन्हे प्रथम नागरिक बनने का गौरव हांसिल हुआ है।
जोरदार रहा मुकाबला
नगर पालिका परिषद पाली चुनाव का मुकाबला आखिरी तक दिलचस्प बना रहा। 15 वार्डो पाली परिषद के लिये 27 सितंबर को मतदान हुआ था। 30 सितंबर को मतगणना मे भाजपा के 8, कांग्रेस के 5 तथा 1-1 आप और निर्दलीय पार्षद विजयी हुए थे। जिसके बाद से ही तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे थे। वोटिंग के एक दिन पहले कांग्रेस ने अध्यक्ष पद हेतु रामजी रौतेल और उपाध्यक्ष पद के लिये संजीव खण्डेलवाल को अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी परंतु भाजपा ने अंत तक अपने पत्ते नहीं खोले। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने अंदरूनी तौर पर अपने उम्मीदवारों को इसकी सूचना दे दी थी। सांथ ही पार्षदों को भी गोपनीय व्हिप जारी कर दिया गया था।
प्रदर्शन संतोषजनक : कांग्रेस
कांग्रेस हलांकि नगर पालिका मे अपनी सरकर बनाने मे सफल नहीं रही, लेकिन ये चुनाव उसके लिये राहत भरे रहे। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशोक गौंटिया ने इस प्रदर्शन पर संतोष जताते हुए कहा कि भाजपा द्वारा चुनाव मे प्रशासन और सरकारी मशीनरी का खुला दुरूपयोग किया। उसकी तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस पार्षदों की तादाद 3 से बढ कर 5 हो गई, जबकि अध्यक्ष पद के चुनाव मे से उसे 5 की बजाय 7 वोट मिले हैं।
शकुंतला बनी पाली की प्रधान
Advertisements
Advertisements