प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया इनवेस्ट कर्नाटक 2022 का उद्धाटन
बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नया भारत बड़े सुधारों, व्यापक बुनियादी ढांचे और सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएम) ‘इन्वेस्ट कर्नाटक 2022’ के उद्घाटन समारोह में कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के इस दौर में पूरी दुनिया को भरोसा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। पीएम ने कहा, भारत वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद तेजी से बढ़ रहा है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य और केंद्र दोनों में एक ही पार्टी की सरकार के साथ कर्नाटक के पास ‘डबल इंजन’ सरकार की शक्ति है। उन्होंने कहा, जब भी प्रतिभा और प्रौद्योगिकी की बात आती है, तब दिमाग में जो नाम सबसे पहले आता है, वहां है ब्रांड बेंगलुरु। उद्घाटन समारोह में राज्यपाल थावरचंद गहलोत और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के अलावा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और राजीव चंद्रशेखर भी मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि जीआईएम का यह संस्करण ‘बिल्ड फॉर द वर्ल्ड’ विषय के तहत आयोजित किया जा रहा है, जो कर्नाटक की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लक्ष्य को दर्शाता है।
कर्नाटक मे परंपरा और तकनीक दोनों
इन्वेस्ट कर्नाटक २०२२ समिट में पीएम मोदी ने कर्नाटक की प्राकृतिक खूबसूरती और संस्कृति के बारे में बात की। उन्होने कहा कि यह वह जगह है जहां परंपरा और तकनीक दोनों हैं। यह वह जगह है जहां प्रकृति और संस्कृति का अनूठा संगम है। जब हम टैलेंट और टेक्नोलॉजी की बात करते हैं, तो सबसे पहले हमारे दिमाग में बेंगलुरु नाम आता है। आगे पीएम मोदी ने कहा कि हालांकि यह वैश्विक संकट का समय है, दुनिया भर के अर्थशाी और विशेषज्ञ भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में वर्णित कर रहे हैं। हम अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने बुनियादी सिद्धांतों पर काम लगातार कर रहे हैं। जिन मुक्त व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, वे दुनिया को हमारी तैयारियों की एक झलक देते हैं।
निजी निवेश के लिए दरवाजे खोले
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने निवेशकों को लालफीताशाही से मुक्त किया है और उन्हें बहुत अवसर दिए हैं। हमने निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित किया है जैसे पहले रक्षा, ड्रोन, अंतरिक्ष आदि पहले यहां निजी निवेश के लिए दरवाजे बंद थे।