कैप्टन का रावत और सुरजेवाला पर हमला, पूरी कांग्रेस सिद्धू की कॉमेडी मे रंग गई
अमरिंदर ने मजाकिया लहजे में कहा कि यह तो पार्टी के अंदर का हाल है। वह अपने झूठ को भी कोऑर्डिनेट नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह अव्यवस्थित हो चुकी है। यह संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर सीनियर नेताओं का पार्टी के कामकाज से मोह भंग हो चुका है।
अमरिंदर ने कहा कि 2017 के बाद कांग्रेस पंजाब में हर चुनाव में जीतती रही। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 77 सीटें जीतीं। इसके बाद उपचुनाव में 4 में से 3 सीटें जीती। यहां तक कि सुखबीर बादल के दबदबे वाली जलालाबाद सीट भी कांग्रेस ने जीती। अमरिंदर ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में 13 में से 8 सीटें पार्टी ने जीती। उस वक्त तो पूरे देश में भाजपा की लहर चल रही थी।
कोटकपूरा और बहबल कलां फायरिंग केस में IG परमराज उमरानंगल और SSP चरनजीत शर्मा समेत सीनियर पुलिस अफसरों को सरकार बनने के 2 साल के भीतर गिरफ्तार किया। पूर्व DGP सुमेध सैनी और पूर्व MLA मनतार सिंह बराड़ समेत 12 लोगों को चार्जशीट में नामजद किया। इन मामलों में 7 चार्जशीट दायर की गई। हालांकि इनमें से कुछ को कोर्ट ने खारिज कर दिया।उन्होंने कहा कि बेअदबी और गोलीकांड मामले में कार्रवाई न करने का हौव्वा नवजोत सिद्धू और उसके साथियों ने खड़ा किया। वह किसी भी तरीके से पंजाब की सत्ता हथियाना चाहते थे।
78 विधायकों ने लिख कर दिया, उसके बाद बदला सीएम:सुरजेवाला
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को विधायकों के कहने पर बदला गया। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं। उन्होंने अपने स्तर पर निर्णय नहीं लिया, पंजाब के ७८ विधायकों ने मुख्यमंत्री बदलने के लिए लिखकर दिया था। अगर नहीं बदलते तो कहा जाता कि कांग्रेस तानाशाह है, एक तरफ ७८ विधायक और एक तरफ अकेला मुख्यमंत्री। सुरजेवाला शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान वे जी-२३ और हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी के सवालों से बचते हुए निकल गए।