वन अमले की प्रताडऩा से सुरेश ने दी जान
परिजनो का आरोप, धरने पर बैठे ग्रामीणों से मिलने पहुंचे कलेक्टर-एसपी
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलष त्रिपाठी
मानपुर। जनपद मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर जनाड़ नदी के पास मृत अवस्था मे पेड़ पर लटके पाये गये युवक सुरेश बैगा के परिजनो तथा ग्रामीणो ने वन अमले पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उनका कहना है कि विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की प्रताडऩा से तंग आ कर सुरेश ने मौत को गले लगा लिया। उल्लेखनीय है कि विगत दिवस सुरेश पिता सहबू बैगा 24 निवासी कठई थाना पाली की लाश मानपुर थाना क्षेत्र के जंगल मे पाई गई थी। जिसके बाद मृतक के परिजनो और ग्रामीणो मे रोष फैल गया। इस बीच पुलिस ने मौके पर आ कर हालात का जायजा लिया तथा पीएम के उपरांत शव परिजनो को सौंप दिया गया। इसके बाद सैकड़ों ग्रामीण अनुविभागीय अधिकारी वन कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गये। सांथ ही चक्काजाम भी कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव तथा पुलिस अधीक्षक वीके शाहवाल तत्काल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणो से चर्चा कर मार्ग खुलवाया।
दिये जाते थे करंट के झटके
ग्रामीणो का आरोप है कि वन अमला सुरेश के अलावा बिजौरी निवासी महिपाल बैगा, सुखलाल तथा जगदेव बैगा को बाघिन के शिकार मामले मे पूंछताछ के लिये आये दिन अपने कार्यालय ले जाते थे। जहां उनके सांथ मारपीट की जाती थी, इतना ही नहीं उन्हे करंट के झटके भी दिये जाते थे। जिससे सुरेश बुरी तरह भयभीत था। इसी वजह से उसने आत्महत्या की है। उनकी मांग है कि दोषी वन विभाग के कर्मियों के विरूद्ध अपराध दर्ज किया जाय।
क्या है मामला
दरअसल यह मामला मानपुर वन परिक्षेत्र के बडख़ेड़ा बीट मे विगत 14 मई को पाये गये बाघ के शव से जुड़ा हुआ है। वन विभाग के अधिकारियों को शक है ये चारों लोग बाघ की हत्या मे शामिल हैं। बांधवगढ़ नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर विसेन्ट रहीम ने बताया कि पुलिस परिजनों के आरोपों की जांच कर रही है। इसी आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।