त्यौहार से पहले गुलजार हुए बाजार, कारोबारियों ने की डबल तैयारी
उमरिया। वैसे तो दीपावली से कुछ दिन पहले हमेशा से बाजारों मे भीड़ नजर आने लगती है। इसका कारण लोग नकेवल अपने घरों की साफ-सफाई और साज-सज्जा मे मे जुटते हैं, बल्कि धनतेरस पर कुछ खास खरीदने की प्लानिंग भी करने लगते हैं। धनतेरस पर खरीद शुभ होने की पुरातन मान्यता भी है। इस दिन कपड़ा, किराना, ज्वेलरी, बर्तन, फ्रीज जैसे इलेक्ट्रानिक उपकरण और दोपहिया व चारपहिया वाहनो की जम कर खरीदी होती है। माना जाता है कि दीपावली महोत्सव के दौरान जिले मे करीब 30 करोड़ रूपये का कारोबार होता है। लेकिन इस बार परिस्थितियां कुछ अलग तरीके की हैं। दीपावली के ठीक बाद देवउठनी एकादशी से विवाह का सीजन शुरू हो रहा है। ऐसे मे बड़े पैमाने पर शादियों के आयोजनो की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। जिसकी वजह से लोग त्यौहार के सांथ घरों मे आयोजित वैवाहिक कार्यक्रमो की खरीद के लिये भी बाजारों का रूख कर रहे हैं। इस डबल मुहूर्त की वजह से कारोबारियों को बहुत दिनो बाद बेहतर व्यापार की उम्मीद है। जिसे देखते हुए उन्होने तैयारी भी की है।
जमकर हुई स्टाकिंग
कोरोना के कारण ठप्प पड़े व्यापार को त्याहौर और विवाह के सीजन से बड़ी अपेक्षायें हैं। कारण कि दीपावली और विवाहों मे तकरीबन एक जैसे सामानो की खरीददारी होती है। इसे देखते हुए विशेषकर जिले के आटोमाबाईल सेक्टर से लेकर इलेक्ट्रानिक और ज्वेलरी कारोबारियों ने इस बार जम कर स्टॉकिंग की है ताकि मौके पर माल की शार्टेज न हो सके।
सात महीनो से बंद हैं शादियां
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण तथा उसके बाद मुहूर्त न होने के कारण पिछले सात महीनो से विवाहों पर रोक लगी हुई है। महामारी के कारण सैकड़ों लोगों को अपने वैवाहिक आयोजन रद्द करने पड़े थे। बताया जाता है कि नवंबर और दिसंबर मांह मे विवाह के कुल 10 मुहूर्त हैं। लिहाजा सभी लोग इसी मुहूर्त मे अपने बच्चों की शादियां कर देना चाहते हैं।
कलेक्टर ने जिलेवासियों से की मिट्टी के दिये खरीदने की अपील
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिलेवासियों से दीपावली पर मिट्टी के परंपरागत दियों के अधिकाधिक उपयोग की अपील की है। उन्होने कहा है कि इससे जहां दीपावली पर दियों को तैयार करने वाले कुम्हारों को प्रोत्साहन और आर्थिक मदद मिलेगी वहीं कृतिम दियों से पर्यावरण को होने वाली नुकसानी से भी बचा जा सकेगा। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने जिला व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों व मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे दीपावली पर मिट्टी के दियों का अधिक से अधिक उपयोग सुनिश्चत करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करें।