एक की लाश मिलने के 48 घंटे बाद 15KM दूर मिला दूसरे का शव, दोनों जगहों से खून से सने पत्थर, कंबल और नशे का सामान मिला
रीवा। रीवा जिले में डबल मर्डर का मामला सामने आया है। दोनों दोस्त थे और तीन दिन पहले एक साथ घर से निकले थे। एक दोस्त का शव मंगलवार सुबह भलुआ रामनई गांव की मुरुम खदान के पास मिला था। पुलिस को दूसरे दोस्त पर ही हत्या का शक था, लेकिन 48 घंटे बाद घटनास्थल से 15 किलोमीटर दूर स्थित पूर्वा बरहदी स्थित पहाड़ी के पास उसका शव भी मिल गया। दोनों की हत्या में एक जैसा तरीका इस्तेमाल किया गया है। शव के आसपास खून से मिले पत्थर मिले हैं और शव गड्ढे में फेंके गए है। शवों के पास से गांजा, चिलम और देसी शराब भी मिली है। गुरुवार को ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर थाना प्रभारी मृगेन्द्र सिंह पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम से एसपी राकेश सिंह और एएसपी शिवकुमार वर्मा को अवगत कराया। पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना करने के बाद FSL यूनिट को मौके पर बुलाया। फोरेंसिक टीम ने घटना के अहम साक्ष्य जुटाए हैं। रायुपर कर्चुलियान थाना प्रभारी मृगेन्द्र सिंह ने बताया कि घटनास्थल की जांच की गई। जांच में पता चला कि शव दो दिन पहले मिले मृतक के दोस्त का है। परिजन को बुलाने के बाद शव की शिनाख्त निपनिया निवासी 27 साल के शमशेर के रूप में की गई। पुत्र लाल मोहम्मद (27) निवासी निपनिया निकला। FSL यूनिट के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. आरपी शुक्ला ने बताया कि 24 अगस्त को मिली लाश और 26 अगस्त को मिले शव के बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तो एक जैसी चीजें दिखी है। दोनों जगहों पर कंबल का कपड़ा करीब एक मीटर, दोनों कपड़ों में ब्लड लगा मिला। डेड बॉडी से 80 मीटर पहले खून से रंगा पत्थर, फिर 15 फिट गड्ढे में शव, देसी शराब के 3 पाव व गांजा की चिलम, डिस्पोजल, पानी के पाउच आदि बरामद हुए है। आशंका है कि हत्या से पहले दोनों को नशा कराया गया था। फिर बाद में हत्या कर दी गई।
एक साथ दोनों लापता हुए थे
दो दिन पहले 24 अगस्त की सुबह करीब 10 बजे भलुआ रामनई गांव की मुरुम खदान के पास से मकसूद अली पुत्र मंजूर अली (35) निवासी निपनिया का शव बरामद हो गया था। तब दूसरे साथी के परिजनों ने शमशेर के भी लापता होने की आशंका जाहिर की थी। उस समय पुलिस शमशेर के लापता होने का कारण कुछ और समझ रही थी। पुलिस को हत्या का शक शमेशर पर था, लेकिन 48 घंटे बाद शमशेर के शव मिलने से पुलिस की मर्डर मिस्ट्री और उलझ गई है।
दो दिन पहले 24 अगस्त की सुबह करीब 10 बजे भलुआ रामनई गांव की मुरुम खदान के पास से मकसूद अली पुत्र मंजूर अली (35) निवासी निपनिया का शव बरामद हो गया था। तब दूसरे साथी के परिजनों ने शमशेर के भी लापता होने की आशंका जाहिर की थी। उस समय पुलिस शमशेर के लापता होने का कारण कुछ और समझ रही थी। पुलिस को हत्या का शक शमेशर पर था, लेकिन 48 घंटे बाद शमशेर के शव मिलने से पुलिस की मर्डर मिस्ट्री और उलझ गई है।
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