राशन की हो होम डिलेवरी

राशन की हो होम डिलेवरी
कांग्रेस ने उचित मूल्य की दुकानो पर उमड़ रही भीड़ पर जताई चिंता
उमरिया। कांग्रेस ने उचित मूल्य की दुकानो पर उमड़ रही भीड़ पर चिंता जताते हुए शासन से हितग्राहियों को घर-घर राशन की डिलेवरी कराने की मांग की है। मप्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व विधायक अजय सिंह ने कहा कि राशन दुकानो मे बड़े पैमाने पर गरीबों की भीड़ उमड़ रही है। बीते दिनो बिरसिंहपुर पाली मे ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। यही हालत जिले भर के दुकानो की है, जहां दुकान खुलते ही हितग्राही राशन पाने के लिये टूट पड़ते हें। ऐसे मे जब कोरोना संक्रमण पर अपने चरम पर है, राशन की दुकानो मे लग रही भीड़ शहरी और ग्रामीण अंचलों के लिये नई समस्या खड़ी कर सकती है। पूर्व विधायक श्री सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार से मांग की है कि कोरोना काल मे जिले की सभी उचित मूल्य दुकानो पर वितरण बंद कर किराना, सब्जी और दूध की तर्ज पर हितग्राहियों को राशन की होम डिलेवरी कराई जाय ताकि लोगों को संक्रमण के खतरे से बचाया जा सके।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे गरीब
कांग्रेस का कहना है कि कोरोना संक्रमण तथा लॉकडाउन के कारण गरीब और मजदूरों से रोजगार पूरी तरह छिन गया है। बीते करीब डेढ़ महीने से दुकान, कारोबार और निर्माण आदि सभी कार्य बंद हैं, जिससे जिले के हजारों श्रमिक एवं छोटे कारोबारी घर बैठ गये हैं। आज उनके लिये सबसे बड़ी समस्या भोजन की है। इनमे से कुछ ही को सस्ती दरों पर राशन मिल रहा है। कई हितग्राहियों को डर है कि यदि समय पर उचित मूल्य की दुकानो से राशन नहीं उठाया तो माल खत्म हो जायेगा, फिर वो क्या करेंगे। यही कारण है कि दुकान खुलने के पहले ही सैकड़ों की संख्या मे गरीब वहां पहुंच जाते हैं, इससे सोशल डिस्टेन्सिंग व्यवस्था भी छिन्न-भिन्न हो जाती है।
कई हितग्राहियों को नहीं मिला मुफ्त अनाज
कांग्रेस नेता अजय सिंह ने बताया कि विगत 20 अप्रेल को सरकार ने गरीबों को तीन महीने का मुफ्त राशन देने की घोषणा की थी। इस दौरान जो लोग राशन ले जा चुके थे, उन्हे सिर्फ एक महीने का राशन सशुल्क दिया गया था। ऐसे हजारों हितग्राहियों को अभी भी तीन महीने का मुफ्त राशन नहीं मिला है। वहीं शक्कर का वितरण भी सिर्फ अंत्योदय योजना अर्थात पीला कार्डधारियों को किया जा रहा है। शेष हितग्राहियों को रियायती दरों पर शक्कर नहीं दी जा रही है। कांग्रेस ने मप्र शासन से कोरोना काल मे बेरोजगारी के संकट को देखते हुए सभी हितग्राहियों को शक्कर और नमक भी निशुल्क प्रदान करने की मांग की है।

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