रक्षाबंधन पर सजी भाईयों की कलाई

जिले भर मे मनाया गया भाई-बहन के प्रेम का महान पर्व
उमरिया। रक्षाबंधन का पावन पर्व पूरे जिले मे स्नेह, भावना और उल्लास के सांथ मनाया गया। इस अवसर पर कल बहनो ने अपने भाईयों के माथे पर रोली चंदन का टीका लगाया, कलाई पर राखी का पवित्र सूत्र बांधा और मुंह मीठा करवाया। बदले मे भाईयों ने उपहार के सांथ अपनी प्रिय बहनों को उम्र भर रक्षा का वचन दिया। राखी का त्यौहार प्रत्येक वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा पर मनाया जाता है, इस शुभ दिन का इंतजार प्रत्येक बहन को होता है। इस पर्व पर बहने बड़े ही स्नेह से सुंदर राखियों एवं स्वादिष्ट मिष्ठान की खरीदी कर अपने भाईयों के पास पहुंचती है और उन्हे राखी बांधती हैं। अनेक बहने खुद की बनाई राखी व विभिन्न प्रकार की मिठाईयां ले कर भाई को रक्षा सूत्र बांधने पहुंचती हैं। इस मौके पर कई भाई भी अपनी बहनो के घर पहुंचकर उनसे राखी बंधवाते हैं। रक्षा बंधन के दिन प्राय: सभी लोगो के माथे पर कुमकुम का टीका तथा कलाईयों पर तरह-तरह की राखियां सजी हुई थी।

प्यार और दुलार का त्यौहार
भारतय परंपरा मे रक्षाबंधन का अपना अलग ही महत्व है। यह दिन हर भाई और बहन के लिये खास होता है। यही कारण है कि केवल बड़े ही नहीं बच्चे भी इसे लेकर खासा उत्साहित रहते हैं। सुबह होते ही स्नान के बाद सज-धज के छोटी-छोटी बहने अपने नन्हे भाईयों को जिस प्यार और दुलार के सांथ राखी बांधती हैं, वह देखते ही बनता है।
कजलियां पर्व आज
सामाजिक एकता एवं आपसी भाईचारे का प्रतीक कजलियां पर्व आज जिले भर मे उत्साह व उमंग से मनाया जायेगा। इस मौके पर लोग कजलियों का आदान प्रदान कर आपस मे गले मिलते हैं और एक दूसरे को बधाई व आशीर्वाद देते हैं। हलांकि इस साल कोरोना संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेन्सिंग की बाध्यता का असर इस पर्व पर भी दिखाई देगा।

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