योग से साकार होगी स्वस्थ भारत की परिकल्पना

योग से साकार होगी स्वस्थ भारत की परिकल्पना
नगर के अमर शहीद स्टेडियम मे सूर्य नमस्कार महायज्ञ का शुभारंभ
बांधवभूमि, उमरिया। शहर के अमर शहीद स्टेडियम मे गत दिवस क्रीड़ा भारती एवं पतंजलि के संयुक्त तत्वाधान मे सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा के मुख्य अतिथ्य, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक राकेश जी की अध्यक्षता एवं नगर संघ चालक जगत नारायण गुप्त के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वजारोहण एवं राष्ट्रध्वज को सलामी के सांथ हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रमोद सिन्हा ने कहा कि सूर्य नमस्कार का आयोजन करने वाले लोग समाज को दिशा देने का काम करते हैं। ये लोग विपत्तियों के समय अपना तन-मन, धन लगाकर अग्रिम पंक्ति पर खड़े हो ढाल बनते हैं। इसी वजह से पूरा विश्व इनका कायल है। योग हमारे पूर्वजों की धरोहर है, हमे इसे जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करना है। एसपी श्री सिन्हा ने कहा कि व्यक्ति की सबसे बड़ी पूंजी उसका स्वस्थ्य शरीर है। इसे स्वस्थ्य बनाये रखने एवं भारत की सर्वे संतु निरामया की परिकल्पना केवल योग के माध्यम से ही साकार हो सकती है।
विस्मृत स्वतंत्रता के वीरों को याद करें:राकेश जी
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विभाग प्रचारक राकेश जी ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि हमने स्वातंत्र भारत मे जन्म लिया है। हमे गुलामी की यात्राएं नहीं झेलनी पड़ी। हमारे अमर शहीदों ने मेरा रंग दे बसंती चोला और दम निकले इस देश के खातिर जैसे वाक्यों को आत्मसात कर हंसते-हंसते फांसी के फंदे और तोपों के मुंह में अपने आप को समर्पित कर दिया। आज उन्हीं महापुरुषों की वजह से हम और हमारी आने वाली पीढिय़ां अपने आप को स्वतंत्र और सुरक्षित महसूस कर रही हैं, लेकिन अभी भी स्वतंत्रता का मतलब हम लोगों ने नहीं जाना है। आज भी कई ऐसे नियम, कानून और व्यवस्थाएं हैं, जो हमे अंग्रेजों की विरासत से मिले हैं। आवश्यकता ऐसे नियम कानूनों और व्यवस्थाओं को बदलने की है। हमें देश के स्वतंत्र इतिहास को पूरा नहीं पढ़ाया गया हम अभी कुछ ही स्वतंत्र वीरों को जानते हैं, जबकि आजादी की अलख हिंदुस्तान के कोने-कोने में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अटक से लेकर कटक तक यहां तक की उमरिया जैसे छोटे-छोटे स्थानों पर जली थी यहां के कई स्थानों पर स्वतंत्र वीरों ने अपने जीवन की आहुति आजादी प्राप्त करने के लिए दी थी। आज समय है ऐसे ही विस्मृत स्वतंत्र वीरों को याद करने का, जो हमारे आसपास के क्षेत्रों में जन्मे होंगे। तभी अमृत महोत्सव का यह कार्यक्रम पूर्ण हो सकेगा।
सात दिनो तक चलेगा कार्यक्रम
कार्यक्रम मे संघ विचार से जुड़े संगठनो के पदाधिकारी, योग शिक्षक,श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, स्वास्थ्य, शिक्षा से संबद्ध लोगों के अलावा बड़ी संख्या मे खिलाड़ी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। सात दिनों तक चलने वाले सूर्य नमस्कार महायज्ञ की प्रस्तावना संयोजक केके झारिया ने रखी। कार्यक्रम का संचालन डॉ बृजेश शर्मा ने किया।

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