युवकों से करा रहे थे गांजे की तस्करी

पुलिस का बड़ा खुलासा, पौने पांच लाख के माल सहित धराये थे दो आरोपी
बांधवभूमि, उमरिया
पुलिस ने गत दिवस जिले के मानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कछौहां मे गांजे की खेप के सांथ पकड़े गये दो आरोपियों के मामले मे बड़ा खुलासा किया है। बताया गया है कि नशीले पदार्थ के कारोबारियों ने इसके परिवहन के लिये दो आदिवासी युवकों का इस्तेमाल किया था। जैसे ही उनकी धर-पकड़ हुई मास्टर माईण्ड मौके से नौ-दो ग्यारह हो गये। मंगलवार को पुलिस द्वारा जिला मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम मे प्रकरण की सिलसिलेवार जानकारी दी गई।
40.96 किलो माल बरामद
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह ने बताया कि एडीजी डीसी सागर के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा के निर्देशन मे नशे के विरूद्ध छेड़े गये अभियान के तहत लगातार प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। विगत दिनो जिले के मानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कछौहां मे कुछ युवकों के बाईक द्वारा गांजा परिवहन करने की सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा तत्काल घेराबंदी कर दमना की ओर बाईक पर जा रहे दो व्यक्तियों को रोका। जांच मे उनके कब्जे से एक सफेद रंग की बोरी मे भरा गांजा मिला। जिसका वजन 40.96 किलो और बाजारू मूल्य 4 लाख 77 हजार 600 रूपये था। पकड़े गये आरोपियों का नाम सुखबिंदर बैगा पिता रामकुमार 18 तथा श्यामलाल बैगा पिता मनीराम बैगा 45 दोनो निवासी ग्राम कछौहां बताये गये हैं।
बाप के कहने पर बेटे से ली बोरी
पूंछताछ मे आरोपियों ने बताया कि सरस्वती पटेल निवासी कछौहां ने उन्हे ग्राम दमना से गांजा की बोरी पुत्र लवकेश पटेल से लेकर कछौंहा घर पहुंचाने का काम सौंपा था। जिस पर सुखबिंदर और श्यामलाल सरस्वती पटेल की मोटरसाईकिल से दमना पहुंचे और उसके पुत्र लवकेश पटेल से गांजे की बोरी लेकर रवाना हुए। इसी दौरान कछौंहा खेल मैदान के पास वे दोनो माल और मोटरसाईकिल के सांथ पुलिस के हत्थे चढ़ गये।
चार के विरूद्ध केस दर्ज
इस मामले मे मानपुर पुलिस ने आरोपी सरस्वती पटेल, लवकेश पटेल, सुखबिंदर बैगा तथा श्यामलाल बैगा निवासी ग्राम कछौहां के विरूद्ध धारा 8, 20 एनडीपीएस का अपराध दर्ज किया है। प्रकरण के फरार आरोपी सरस्वती पटेल तथा उसके पुत्र लवकेश पटेल की तलाश जारी है। शेष आरोपियों को न्यायालय मे पेश कर दिया गया है। इस कार्यवाही मे थाना प्रभारी सुंदरेश मेरावी, उप निरीक्षक भूपेन्द्र पंत, सउनि चालक रामसेवक पटेल, आरक्षक पवन सगर, अजय जाटव, आदर्श बघेल, अभिषेक मिश्रा, लालबिहारी तथा साईबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश सोंधिया एवं संदीप सिंह की प्रभावी भूमिका थी।
लंबे समय से कर रहे थे नशे का कारोबार
कछौंहा मामले के मास्टर माईण्ड लवकेश पिता सरस्वती पटेल लंबे से समय से नशे के कारोबार मे संलिप्त है। जिसके विरूद्ध दो वर्ष पूर्व डिंडौरी पुलिस ने नारकोटिक्स एक्ट का केस दर्ज किया था। जानकारी मिली है कि इस अपराध मे सरस्वती भी अपने बेटे लवकेश को भरपूर सहयोग दे रहा था। बीते कुछ दिनो से माफियाओं ने अपना तौर-तरीका बदल लिया था। अब वे खुद माल की तस्करी करने की बजाय इस काम मे अपने भोले-भाले कर्मचारियों का इस्तेमाल करने लगे थे, ताकि किसी को भी उन पर शक न हो।

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