मानापाथी में हुआ क्रैश, 4 भारतीयों समेत 22 पैसेंजर, पायलट के फोन से मिली लोकेशन
नई दिल्ली। नेपाल से यात्रियों से भरे लापता विमान का सेना ने सुराग लगा लिया है। नेपाल सेना ने जानकारी दी है कि विमान हिमालय के मानापाथी के निचले हिस्से में देखा गया है। वहीं, मुस्टांग के कोबान में विमान का मलबा मिला है। १९ सीटर के इस विमान में ४ भारतीय, ३ विदेशी और १३ नेपाली नागरिक सवार थे। अभी हालांकि यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि विमान में सवार यात्री सुरक्षित हैं या नहीं। सूत्रों के अनुसार, सेना के अधिकारियों को दूर से धुआं उठते हुए दिखा, जिसके बाद विमान का सुराग लगा। अनहोनी की आशंका के बीच सेना को खराब मौसम के चलते रेस्क्यू करने में मुश्किल हो रही है। मुस्टांग के कोबान के पास प्लेन का मलबा मिला है। नेपाली सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने कहा, नेपाली सेना का एक एमआई-१७ हेलीकॉप्टर की भी रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद ली जा रही है। लेकिन, खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किल हो रही है। नेपाल सेना से जानकारी मिली है कि लापता विमान का सुराग लग गया है। ऐसी जानकारी मिली है कि विमान मानापाथी के निचले हिस्से में मौजूद है। हालांकि अभी विमान की स्थिति स्पष्ट नहीं है। यह भी पता नहीं चल सका है कि विमान में मौजूद यात्री सुरक्षित हैं या नहीं।
स्थानीय लोगों द्वारा सेना को दी गई जानकारी
सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा नेपाल सेना को दी गई जानकारी के अनुसार तारा एयर का विमान हिमालय के निचले हिस्से मानापाथी में भूस्खलन के कारण लामचे नदी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। नेपाली सेना जमीन और हवाई मार्ग से घटनास्थल की ओर बढ़ रही है। नेपाल सेना के सूत्रों का कहना है कि विमान दो घंटे की दूरी के लिए निकला था लेकिन, जिस तरह विमान ने सुबह करीब दस बजे पोखरा से उड़ान भरी थी। ऐसी प्रबल आशंका है कि विमान के पास ज्यादा फ्यूल नहीं बचा होगा। इससे सेना सूत्र अनहोनी की आशंका जता रहे हैं। विमान ने जोमसोम पर्वतीय शहर के लिए १५ मिनट की निर्धारित उड़ान भरी थी। उसका उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद हवाई अड्डा टॉवर से संपर्क टूट गया। इलाके में पिछले कुछ दिन से बारिश हो रही है। नेपाल सेना प्रवक्ता का कहना है कि खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी और परेशानी हो रही है।
पहाड़ों के बीच से उड़ान भरते हैं प्लेन
पुलिस अधिकारी रमेश थापा ने कहा- ट्विन ओटर प्लेन के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इसकी तलाश जारी है। पिछले कुछ दिनों से यहां बारिश हो रही थी, लेकिन सभी फ्लाइट्स सामान्य रूप से चल रही थीं। घाटी में उतरने से पहले प्लेन पहाड़ों के बीच उड़ान भरते हैं। यह इलाका उन विदेशी पर्वतारोहियों के बीच मशहूर है जो पर्वतीय पगडंडियों पर ट्रेङ्क्षकग करते हैं। इसी रास्ते पर भारतीय और नेपाली तीर्थयात्री मुक्तिनाथ मंदिर की यात्रा भी करते हैं। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने लापता विमान के संबंध में एक इमरजेंसी हॉटलाइन नंबर, +९७७-९८५११०७०२१ जारी कर दिया है। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने लापता विमान के संबंध में एक इमरजेंसी हॉटलाइन नंबर, +९७७-९८५११०७०२१ जारी कर दिया है।
2016 में भी इसी रास्ते पर हुआ था हादसा
रविवार से पहले साल २०१६ में तारा एयर का एक विमान नेपाल के पोखरा से जोमसोम जा रहा था, तब भी उसका संपर्क टूट गया था। उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार सभी २३ लोगों की मौत हो गई।