मुकंदपुर पहुंचाया गया नन्हा तेंदुआ
जिला मुख्यालय के समीपस्थ अमड़ी रोड पर घायल मिला था शावक
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
जिला मुख्यालय के समीपस्थ अमड़ी रोड पर घायल अवस्था मे मिले तेंदुआ शावक को वन विभाग द्वारा सकुशल रीवा जिले के मुकुंदपुर जू पहुंचा दिया गया है। गौरतलब है कि रविवार की सुबह करीब 3-4 मांह का यह शावक एक खेत के पास जख्मी हालत मे पाया गया था। थोड़ी ही देर मे शावक के मृत होने की भी खबरें फैली। हलांकि इस संबंध मे ग्रामीणो द्वारा दी गई सूचना पर वन मण्डलाधिकारी मोहित सूद, रेंजर उमरिया, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के वन्यजीव चिकित्सक डॉ. नितिन गुप्ता एवं विभागीय अमले के सांथ जब मौके पर पहुंचे, तो उन्हे वह जीवित अवस्था मे मिला। तेंदुए की हालत को देखते हुए उसे तुरंत ही रेस्क्यू कर वन मण्डल के काष्ठागार हाल लाया गया, जहां उसका उपचार शुरू हुआ। डीएफओ श्री सूद ने बताया कि तेंदुआ शावक बेहद कमजोर था। आमतौर पर मादा तेंदुआ ऐसे बच्चों को छोड़ देती हैं, ताकि उनकी कमजोरी अन्य शावकों के लिये बाधा या खतरा न बन सके। इस परिस्थिति को देखते हुए पीसीसीएफ वाइल्ड लाईफ से जरूरी मार्गदर्शन और अनुमति ली गई। जिसके बाद रेंजर उमरिया तथा अन्य कर्मियों के सांथ विशेष वाहन मे शावक को मुकंदपुर रवाना किया गया। जानकारी के अनुसार नन्हा तेंदुआ अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच गया है।
बाघ को गांव से खदेडऩे मे जुटा अमला
इधर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे मझखेता गांव मे घुसे बाघ ने एक बार फिर स्थानीय ग्रामीणों सहित पूरे क्षेत्र मे दहशत फैला दी है। बताया गया है कि रविवार को एक बाघ मानपुर रेंज स्थित इस गांव मे आ धमका। थोड़ी ही देर मे यह अरहर के एक खेत से होते हुए पेड़ों के बीच छिप गया। मामले की सूचना पर पार्क की टीम हाथियों के सांथ मौके पर पहुंच गई। जानकारी के मुताबिक विभागीय टीम बाघ को जंगल मे खदेडऩे की कोशिशों मे जुटी हुई है। उल्लेखनीय है कि नेशनल पार्क का मानपुर परिक्षेत्र बाघों मे सर्वाधिक मूवमेंट के लिये जाना जाता है। पिछले कुछ महीनो मे ही इस इलाके मे बाघों के ग्रामीणों पर हमलों की कई घटनायें सामने आई हैं।