परेशान बुजुर्ग किसान, खातों को आधार से लिंक कराने मे आ रही दिक्कत
बांधवभूमि, उमरिया
जिले मे खरीफ की फसलों का उपार्जन जारी है। इधर बार-बार मौसम मे आ रहे परिवर्तन को देखते हुए किसान जल्दी से जल्दी अपनी उपज केन्द्रों तक पहुंचाने की जद्दोजहद मे जुटे हुए हैं, परंतु खातों के आधार लिंक मे आ रही दिक्कत इस कार्य मे सबसे बड़ी अड़चन बनी हुई है। बताया जाता है कि इस प्रक्रिया मे सबसे ज्यादा परेशानी उम्रदराज किसानो को हो रही है, जिनकी उंगलियों के निशान बायोमेट्रिक मशीन मे मैच नहीं कर रहे हैं। ऐसे सैकड़ों किसान बैक, ऑनलाईन और कियोस्क सेंटरों के चक्कर लगा रहे हैं। जहां भारी मशक्कत करने के बावजूद खाता आधार से नहीं जुड़ पा रहा है।
तो कैसे बुक होंगे स्लॉट
शासन द्वारा इस बार उपार्जन से पूर्व स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था लागू की गई है। ऑनलाईन स्लॉट बुक होने के बाद ही किसान को उपार्जन केन्द्र तथा फसल लाने की तारीख मिल सकती है। इसके लिये कृषक के खाते का आधार से लिंक होना जरूरी है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो किसान स्लॉट ही बुक नहीं कर पायेंगे, लिहाजा इस कार्यवाही के बगैर उनकी फसल उपार्जन का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।
नहीं बेंच पाये थे गेंहूं की फसल
जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम किरनताल के वयोवृद्ध किसान और वरिष्ठ अधिवक्ता जयलाल राय भी इसी परेशानी से जूझ रहे हैं। जिन्होने तय समय सीमा मे अपना पंजीयन तो करा लिया, अब उन्हे बार-बार अपना खाता आधार से लिंक कराने का मैसेज आ रहा है। 83 वर्ष के किसान श्री राय इसके लिये काफी प्रयास कर चुके हैं, परंतु अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है। जयलाल राय का कहना है कि इसी चक्कर मे वे अपने गेहूं की उपज भी नहीं बेंच पाये थे, अब लगता है कि धान भी नहीं बेंच पायेंगे। जिले मे राय साहब जैसे कई उम्रदराज किसान हैं, जिन्हे यह दिक्कत आ रही है।
292278 क्विंटल का उपार्जन
जिले मे अब तक 5172 किसानो से कुल 2 लाख 92 हजार 278 क्विंटल धान का उपार्जन किया जा चुका है। इसी के सांथ उपार्जित धान का परिवहन भी जारी है। उल्लेखनीय है कि खरीफ की फसल हेतु इस बार 17 हजार 665 किसानो ने अपना पंजीयन कराया था। उपार्जन के लिये विभिन्न स्थानो पर 41 उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। उपार्जन का कार्य 16 जनवरी 2023 तक चलेगा।
संचालक को लिखा पत्र
उंगलियों के निशान की वजह से खाते को आधार लिंक कराने मे हो रही परेशानी का एक मामला विभाग के संज्ञान मे आया है। जिसके लिये संचालक भोपाल को पत्र लिखा गया है। वहां से मार्गदर्शन प्राप्त होने के बाद ही इस संबंध मे कोई निर्णय लिया जा सकेगा।
बीएस परिहार
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी, उमरिया
मिट गये उंगलियों के निशान
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