मानी ग्रामीणों की जायज मांगे

समरकुईनी की चौपाल मे कलेक्टर ने सुनी मगधी विस्थापितों की समस्या
बांधवभूिम, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान से विस्थापित हुए ग्रामीणो की समस्याओं के निराकरण हेतु जिला प्रशासन द्वारा गुरूवार को तहसील क्षेत्र के ग्राम समरकुईनी मे एक शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व मगधी गांव के विस्थापितों के अलावा सैकड़ों की तादाद मे अंचल के निवासी पहुंचे। कार्यक्रम मे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, उद्यान के उप संचालक लवित भारती, एसडीएम मानपुर सिद्धार्थ पटेल सहित तहसील के राजस्व अधिकारी, कर्मचारी तथा पार्क का अमला मौजूद था। शिविर मे ग्रामीणो की अधिकांश समस्याओं का त्वरित निराकरण किया गया। जबकि कुछ की प्रक्रिया शुरू की गई। जिनका निदान समय सीमा के भीतर करने हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया।
यह है मामला
दरअसल मामला करीब 10 वर्ष पूर्व पार्क के अंदर स्थित गांव मगधी के विस्थापन का है। बताया जाता है कि उस समय शासन के निर्देशानुसार गांव छोडऩे वाले ग्रामीणो को मुआवजा भी दे दिया गया था। जिसके बाद ये परिवार समरकोईनी, सलैया, मरईकला, मरई खुर्द, बडख़ेड़ा, मछखेता, रोहनिया, सेहरा, कछरा, चौरी आदि गांवों मे जा कर बस गये थे। जहां बेहतर पुनर्वास न होने तथा शासकीय योजनाओं का लाभ न मिलने से कुपित हो कर गत 1 फरवरी 2022 को अचानक कई विस्थापित मझखेता बैरियर आ धमके और वापस मगधी जाने की जिद करने लगे। प्रशासन द्वारा काफी समझाने बुझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने । इसी बीच कुछ लोग बांधवगढ़ के अंदर प्रवेश कर गये थे। दूसरे दिन कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की पहल और शिविर लगा कर समस्याओं के निदान का आश्वासन मिलने पर वे अपने घर चले गये थे।
जमीन और मुआवजे की मांग
शिविर मे ग्रामीणो द्वारा प्रशासन से कहा गया कि जिस समय विस्थापन हुआ था, तब कई लोग अवयस्क होने से मुआवजे के लिये अपात्र घोषित कर दिये गये थे, जो अब वयस्क हो गये हैं। अत: उन्हे मुआवजा दिया जाय। जिस पर प्रशासन का कहना था कि मुआवजे की प्रक्रिया शासन के दिशा-निर्देश और नियमानुसार की गई थी। इसके मुताबिक वयस्क होने पर मुआवजा देने का कोई प्रावधान नहीं है।
चिटफण्ड कम्पनियों ने हड़प किया पैसा
इस दौरान कई ग्रामीणो ने बताया कि उन्होने मुआवजे के पैसा चिट फण्ड कम्पनियों मे निवेश किया था। अब वे कम्पनियां ना तो उन्हे ब्याज दे रही हैं, नां ही मूल ही वापस किया जा रहा है। जिस पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कम्पनियों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा खरीदी गई जमीनो का कब्जा दिलाने, बीपीएल, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पीएम आवास आदि शासकीय योजनाओं के लाभ से संबंधित आवेदन शिविर मे प्रस्तुत किये गये, जिनमे से अधिकांश का मौके पर निराकरण किया गया।
लगाई गई निषेद्याज्ञा
कार्यक्रम मे किसी प्रकार की अशांति न हो, इसके लिये कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा पूर्व से ही राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ से सटे ग्रामो मे धारा 144 लगा दी गई थी। जो कि मानपुर उपखण्ड अंतर्गत ग्राम मझखेता, देवरी, कुमई, मढ़ऊ, बडख़ेरा, मरई खुर्द, मरई कला, मलहरा, हिरौली एवं दमना मे दिनांक 10 फरवरी की सुबह 6 बजे से 11 फरवरी की सुबह 6 बजे तक प्रभावी थी।

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