पीएम और सीएम ने किया आर्थिक सहायता का ऐलान, नदियां भी उफान पर
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बीच अब बारिश ने भारी तबाही मचाई है. बीते ४८ घंटे में यानि कल और आज मिलाकर मौत का कुल आंकड़ा बढ़कर 129 हो चुका है. शुक्रवार को मुंबई से सटे रायगढ़ जिले में एक गांव के नजदीक भूस्खलन होने के कारण अब तक 44 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक महाड तहसील के तलाई गांव में हुए इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. घटना के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति का जायजा लिया. आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण कई हादसे भी हो चुके हैं और नदियां भी उफान पर है जिसके चलते हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए मदद राशि का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय की और से जारी बयान में कहा गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से प्रत्येक को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया कि बाढ़ से संबंधित मौत को लेकर उनके परिजनों का 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. जबकि घायलों का मुफ्त इलाज कराया जाएगा. सीएम ठाकरे ने कहा कि रायगढ़ के तलाई गांव में भूस्खलन से कई लोगों की जान चली गई है. कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मैंने उन लोगों को निकालने और स्थानांतरित करने का आदेश दिया है जो उन क्षेत्रों में रह रहे हैं जहां भूस्खलन की संभावना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश और भूस्खलन से हुआ हादसा बेहद दुखद है. मैंने इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे और एनडीआरएफ के डीजी एस.एन.प्रधान से बात की है. एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. केंद्र वहां हर संभव मदद कर रहा है।
मौके पर एनडीआरएफ
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार भूस्खलन वाली जगह से अब तक कई शव बरामद किए गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि मलबे के नीचे और लोगों के फंसे होने की आशंका है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम मुंबई से करीब 160 किलोमीटर दूर महाड पहुंच चुकी है और राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गई है. एक अन्य टीम के भी जल्द पहुंचने की संभावना है।
कई इलाकों में बाढ़
पिछले दो दिनों में हुई अत्यधिक भारी बारिश से महाराष्ट्र के महाबलेश्वर, चिपलुन, सतारा जिले के नवाजा में कुछ हिस्सों में, रत्नागिरि और रायगढ़ जिलों में बाढ़ आ गई है. कोंकण क्षेत्र के इन दो जिलों में कई स्थान पानी में डूबे हुए हैं और प्रशासन वहां फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कदम उठा रहा है।
मप्र के कई जिलों में जल प्रलय
मप्र में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। कुछ जिलों में बारिश ने राहत पहुंचाई है तो कुछ जिलों में आफत बन गई है। बारिश के कारण छतरपुर में तीन बहे, एक की मौत हो गई है। बैतूल में ताप्ती बैराज का क्षतिग्रस्त हिस्सा बह गया। वहीं होशंगाबाद में नर्मदा में आधा फीट और तवा डैम में 7 फीट पानी बढ़ा है। मौसम विभाग ने 11 जिलों में अति भारी बारिश और बिजली गिरने का रेड अलर्ट जारी किया है। मप्र के कई हिस्सों में रात से ही बारिश हो रही है। इसकी वजह से नदियां और नाले उफान पर हैं। वाटर फॉल शुरू हो गए हैं। सबसे ज्यादा राहत मिली है भोपाल और इंदौर को। भोपाल में करीब 22 दिन के इंतजार के बाद सुकून देने वाली बारिश शुरू हो गई। गुरुवार को रुक-रुक कर शहर में बारिश होती रही, तो रात को बारिश ने रफ्तार पकड़ी। शुक्रवार सुबह तेज बारिश ने पूरे शहर को तरबतर कर दिया। इंदौर में 24 घंटे में 9.7 मिमी बारिश हुई। हालांकि जुलाई का कोटा यहां भी पूरा नहीं हुआ है। इधर, मौसम विभाग ने शनिवार सुबह तक प्रदेश के 11 जिलों में भारी से अति भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं भोपाल, देवास समेत 18 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।