कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा, अधिकारियों को दिये निर्देश
बांधवभूमि, उमरिया
कलेक्टर डॉ. केडी त्रिपाठी ने कहा है कि इलाज के लिये अस्पताल आये मरीजों को सभी आवश्यक सुविधायें मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकताओं मे है। जिला चिकित्सालय सभागार मे सेवाओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल मे सफाई हेतु आटोमेटिक मशीन, लाण्ड्री, पार्किग शेड, आरओ वाटर जैसी मूलभूत सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था की जाय। जिला चिकित्सालय मे बिजली की निर्बाध आपूर्ति व्यवस्था हेतु उन्होने विद्युत विभाग एवं ई एण्ड एम के इंजीनियरों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक मे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके मेहरा, सीएस डॉ. केसी सोनी, डीएचओ डॉ. संतोष चौधरी, डीआईओ डॉ. ऋ चा गुप्ता, कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल, ई एण्ड एम व लोक निर्माण विभाग के सहायक यंत्री, नगर पालिका के स्वच्छता निरीक्षक, पैथालाजी सेंटर प्रभारी, डीपीएम अर्पिता सिंह, प्राजीत कौर, अनिल सिंह, रोहित सिंह, बुद्धराम रहंगडाले सहित विभिन्न अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम प्रभारी उपस्थित थे।
जाना एंबुलेंस संचालन का हाल
बैठक मे कलेक्टर डॉ. त्रिपाठी ने जिले मे संचालित एंबुलेंस, 108 एंबुलेंस, जननी वाहन सेवाओं तथा उनमे कार्यरत वाहन चालक एवं अटेण्डर की जानकारी प्राप्त की। जबकि संजीवनी क्लीनिक शीघ्र संचालित करने के निर्देश दिये। इस मौके पर उन्होने सिकिल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले मे किए जा रहे कार्यो की जानकारी भी ली। रोगी कल्याण समिति की समीक्षा के दौरान बताया गया कि समिति मे 70 लाख रूपये की आय हुई, जिसमे से 40 लाख रूपये व्यय किए गये हैं। कलेक्टर ने डीडीआरसी तथा जिला चिकित्सालय परिसर की साफ -सफाई हेतु नगर पालिका के स्वच्छता निरीक्षक नारायण दुबे को विशेष निर्देश दिये हैं।
विकलांग पुर्नवास केंद्र का निरीक्षण
इस अवसर पर कलेक्टर द्वारा जिला चिकित्सालय कैंपस मे स्थित विकलांग पुर्नवास केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मौजूद 6 वर्षीय सिध्दार्थ ताम्रकार निवासी हनुमान घाट उमरिया के पिता राजकुमार ताम्रकार से सेवाओं के संबंध मे जानकारी प्राप्त की। जहां बताया गया कि केंद्र मे श्रवण, मानसिक विकलांगता तथा अस्थिबाधित लोगों के लिए थेरेपी की व्यवस्था है। जिस पर कलेक्टर ने अन्य थेरेपियों के लिए आवश्यक उपकरणो का प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश सरकार को भेजने के निर्देश उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्त जन कल्याण विभाग राजीव गुप्ता को दिये। भ्रमण के दौरान उन्होने स्पर्श पोर्टल मे निशक्त लोगों के पंजीयन का अवलोकन किया तथा निशक्तता के प्रकार अनुसार सूची तैयार कर उनके फालोअप का निर्देश विषय विशेषज्ञों को दिया। कलेक्टर ने केंद्र मे चल रहे आधार सीडिंग कार्य तथा वहां उपलब्ध ट्रायसिकिल एवं व्हीकल चेयर का भौतिक सत्यापन तथा विभिन्न पंजियों निरीक्षण किया।
अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा
अस्पताल का सघन निरीक्षण करते हुए कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी ने हेल्प डेस्क के कार्य प्रणाली की जानकारी ली तथा डाक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी चार्ट का अवलोकन किया। कलेक्टर ने मेडिसिन वार्ड, ओपीडी, अस्थि रोग कक्ष, डायलिसिस वार्ड, किचन, मेटरनिटी वार्ड, एनआरसी, ब्लड बैंक, पैथालाजी सेंटर तथा जिला चिकित्सालय परिसर मे बनाये जा रहे 200 बिस्तरों वाले भवन के निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होने मरीजों से स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली तथा पैथालाजी सेंटर मे जाकर पंजीकृत मरीजों की संख्या एवं जांच की पड़ताल की। प्रभारी ने बताया गया कि वर्तमान मे 213 मरीजों ने पंजीयन कराया है। जिनमे से 58 लोगों की जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन मरीजों की जांच रिपोर्ट तैयार हो जाय, उन्हे किसी डेस्क के माध्यम से वितरण की व्यवस्था की जाय, जिससे उन्हे ज्यादा समय तक इंतजार न करना पड़े। इसके अलावा उन्होने भोजन व्यवस्था, एनआरसी मे भर्ती बच्चों को मिल रही सुविधाओं की भी जानकारी ली।