भीलवाड़ा के पास मिला छोटेलाल
नौकरी के लिये ले जाने वाले युवक पर लगाया था मानव तस्करी का आरोप
उमरिया। नौकरी के लिये राजस्थान ले गये युवक पर मानव तस्करी का आरोप लगाने वाले जिले के थाना इंदवार अंतर्गत ग्राम बचहा निवासी छोटेलाल दाहिया को अंतत: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से दस्तयाब कर परिजनो को सौंप दिया गया है। जो उसे लेकर उमरिया के लिये रवाना हो गये हैं। बताया गया है कि छोटेलाल पिता धूमप्रसाद दाहिया 19 वर्ष नेे राजस्थान से अपने परिजनों को यह संदेश भेजा है कि वह मानव तस्करी का शिकार हो गया है। इसके सांथ ही उसने अपनी लोकेशन के तौर पर एक बोर्ड की फोटो भेजी जिस पर कोहिनूर हीरो सर्विस और नीचे दो मोबाइल नंबर लिखे हुए है। परिजनों ने उन नबंरों पर किसी मेहबूब नामक से बात भी की पर कुछ देर बाद वह मोबाइल भी बंद हो गया था। जिसके बाद परिवार मे खलबली मच गई। जानकारी के मुताबिक जब लोग घटना की सूचना देने इंदवार थाना पहुंचे तो टीआई एमएल वर्मा द्वारा उन्हे इसके लिये राजस्थान के संबंधित थाने मे संपर्क करने की सलाह दी गई।
यह है मामला
पुलिस के मुताबिक तथाकथित तस्करी की घटना का शिकार छोटेलाल दाहिया अक्सर ग्राम कोटरी निवासी विनय पिता मल्लू साहू 33 वर्ष के सांथ नौकरी के लिये बाहर प्रांत आया जाया करता था। इससे पहले भी वे दोनो इंदौर, नासिक आदि कई स्थानो पर जा चुके हैं। इस बार भी वह विनय के सांथ राजस्थान गया था। विगत 25 जुलाई के बाद से वे अचानक गायब हो गये। इस बीच छोटेलाल ने अपने परिवार को स्वयं के अपहृत होने की जानकारी दी। सांथ ही उसने बताया कि विनय द्वारा उसकी तस्करी का प्रयास किया है।
छोटेलाल के इंतजार मे पुलिस
हलांकि पुलिस इस आरोप से पूरी तरह इत्तेफाक नहीं रखती। उसका कहना है कि जब तक पूंछताछ नहीं होती, इसे मानव तस्करी मानना जल्दबाजी होगी। अधिकारियों ने बताया कि उन्हे जानकारी मिली है कि आरोपी और फरियादी लंबे समय से नौकरी के लिये बाहर जाते रहते थे। अत: उनमे आपसी तालमेल भी रहा होगा। बहरहाल पूरी घटना की तह तक जाने के लिये छोटेलाल का इंतजार किया जा रहा है। इसके अलावा विनय साहू से भी संपर्क की कोशिश की जा रही है, जिसका मोबाइल फिलहाल बंद है।
तो राजस्थान मे ही दर्ज होगी रपट
जानकारों का मानना है कि यदि छोटेलाल दाहिया के सांथ वास्तव मे मानव तस्करी जैसी कोई वारदात हुई है तो इसकी प्राथमिकी संबंधित थाना क्षेत्र मे ही दर्ज होगी। ऐसा पता चला है कि छोटेलाल या उसके परिजनो ने अभी तक राजस्थान मे पुलिस को इस बाबत कोई शिकायत नहीं की है।