नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत वैश्विक शांति का पुजारी है, लेकिन यह आक्रामक कार्रवाई का करारा जवाब देने की ताकत रखता है। उन्होंने यहां 12 सामरिक सड़कों को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं धैर्य में किसी भी तरह की गंभीर गड़बड़ी के घातक परिणाम हो सकते है। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा ले रहे भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर आतंकवाद को दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है। राजनाथ सिंह ने कहा, आतंकवाद और कट्टरपंथ विश्व की शांति और सुरक्षा के लिए किसी बड़े खतरे से कम नहीं हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के सदस्य के रूप में, भारत हर समय आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए वचनबद्ध है। भारत हिंद-प्रशांत के लिए साझा दृष्टिकोण के कार्यान्वयन के लिए आसियान के नेतृत्व वाले तंत्र के उपयोग का समर्थन करता है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आपसी सहयोग से ही आतकंवादी संगठनों को और उनके नेटवर्क को बाधित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के साथ भारत का जुड़ाव नवंबर 2014 में पीएम मोदी द्वारा घोषित ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ पर आधारित है।
भारत वैश्विक शांति का पुजारी, लेकिन आक्रामक कार्रवाई का जबाव देने का तैयार: राजनाथ सिंह
Advertisements
Advertisements