भारत ने चौथी बार जीता एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब, रोमांचक फाइनल में मलयेशिया को 4-3 से हराया
स्पोर्ट्स डेस्क, बांधवभूमि
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के फाइनल में भारत ने मलयेशिया को 4-3 से हरा दिया है। भारतीय टीम चौथी बार यह खिताब जीत चुकी है, जबकि मलयेशिया कभी यह खिताब नहीं जीत पाया है। हालांकि, टीम पांच बार तीसरे स्थान पर रह चुकी है। दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। भारत ने 1-3 से पिछड़ते हुए, 4-3 से जीत हासिल की।
भारत चौथी बार बना चैंपियन
भारतीय हॉकी टीम ने चेन्नई में खेले जा रहे एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है। रोमांचक फाइनल में भारत एक समय 3-1 से पीछे चल रहा था, इसके बाद तीसरे क्वार्टर में एक मिनट के अंदर दो गोल दाग टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की। चौथे क्वार्टर में चौथा गोल दाग भारतीय टीम ने 4-3 से मैच जीता और चौथी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर कब्जा जमाया। अब भारत सबसे ज्यादा चार बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाला देश बन गया है। पाकिस्तान ने तीन बार यह खिताब जीता है।
इससे पहले भारत ने 2011, 2016 और 2018 में यह ट्रॉफी जीती थी। 2018 में भारत और पाकिस्तान संयुक्त रूप से विजेता रहा था, क्योंकि फाइनल रद्द हो गया था। पांच साल बाद एक बार फिर टीम इंडिया चैंपियन बनी है। भारतीय टीम इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही। भारतीय हॉकी टीम को अब हांगझोऊ एशियन गेम्स में हिस्सा लेना है। ऐसे में इस जीत से जरूर भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा होगा।
हाफटाइम तक भारत का खराब खेल
हाफटाइम तक मलयेशिया की टीम 3-1 से आगे थी। सबसे खराब बात यह रही है कि टीम इंडिया ने मैच का पहला गोल दागा था। जुगराज सिंह ने नौवें मिनट में गोल कर भारतीय टीम को 1-0 से बढ़त दिलाई थी। हालांकि, इसके बाद से भारतीय टीम पटरी से उतर गई और मलयेशिया ने लगातार काउंटर अटैक किए। 14वें मिनट में अजराई अबु कमाल ने फील्ड गोल कर मलयेशिया को बराबरी कराई। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में रहीज राजी ने 18वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर और 28वें मिनट में मोहम्मद अमिनुद्दीन ने पेनल्टी कॉर्नर पर ही ड्रैगफ्लिक से गोल दाग अपनी टीम को भारत के खिलाफ 3-1 से आगे कर दिया। पहले दो क्वार्टर में भारत ने कुछ आसान पेनल्टी कॉर्नर भी गंवाए।
तीसरे-चौथे क्वार्टर में टीम इंडिया की वापसी
तीसरे क्वार्टर में भारत ने जबरदस्त वापसी की। एक मिनट के अंदर दो गोल दाग भारतीय टीम ने स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। हाफ-टाइम के बाद भारत ने काउंटर अटैक जारी रखा। इसका फल मैच के 45वें मिनट में जाकर मिला, जब भारत के काउंटर अटैक पर अपने बॉक्स के अंदर मलयेशिया ने फाउल किया। इस पर भारत को रेफरी ने पेनल्टी स्ट्रोक अवॉर्ड किया। इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल दाग स्कोर 3-2 कर दिया। इसी मिनट में गुरजंत सिंह ने काउंटर अटैक पर फील्ड गोल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। भारतीय टीम ने चौथे क्वार्टर मं 56वें मिनट में अपना चौथा गोल दागा। आकाशदीप सिंह ने काउंटर अटैक कर बेहतरीन फील्ड गोल किया और इस तरह टीम इंडिया चैंपियन बनी।