भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास से नेपाल खुश

पीएम मोदी को किया आमंत्रित, गर्मजोशी के साथ दोनों देशों के नेताओं ने की मुलाकात
नई दिल्ल। नेपाल के प्रधानमंत्री गुरुवार को भारत दौरे पर हैं। इस मौके पर विदेश सचिव ने कहा कि भारत की पड़ोसी पहले नीति में नेपाल का एक अहम स्थान है। दोनों देशों के खुले दिल होने के साथ-साथ दोनों देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं भी खुली हैं। इसलिए दोनों देशों में एक-दूसरे देशों की सभ्यता की झलक भी आती है। दोनों देश धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को साझा करते हैं। नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ३१ जून से तीन जून तक भारत के दौरे पर हैं। पिछले साल दिसंबर में प्रचंड ने नेपाली प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी। पीएम मोदी और नेपाली प्रधानमंत्री प्रचंड की वार्ता पर विदेश सचिव विजय मोहन क्वात्रा ने कहा कि पारंपरिक और गर्मजोशी के साथ दोनों देशों के नेताओं ने मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भविष्य के लिए व्यापक और रचनात्मक मुद्दों पर चर्चा की। विकास और फायदे के मुद्दों पर दोनों राष्ट्राध्यक्षों की चर्चा केंद्रित रही। सचिव ने आगे बताया कि राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार, उर्जा और बुनियादे ढांचे की साझेदारी और विकास पर चर्चा केंद्रित रही। हालांकि, अग्निवीर मुद्दे पर चर्चाएं नहीं की गई है।
दोनो देशों के संबंध काफी पुराने और बहुआयामी
नेपाली प्रधानमंत्री ने गुरूवार को नई दिल्ली स्थित हैदराबाद भवन में कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेपाल दौरे के लिए दिल से आमंत्रित किया है। मैं प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए तैयार हूं। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध काफी पुराने और बहुआयामी हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के आर्थिक और सामाजिक विकास को देखकर नेपाल काफी खुश है। प्रचंड ने कहा कि मैं चौथी बार प्रधानमंत्री के रूप में भारत का दौरा कर रहा हूं। नेपाली पीएम ने बताया कि वह इससे पहले सितंबर २०१८ के अलावा सितंबर और अक्टूबर २०१६ में भारत आ चुके हैं। मैं नेपाल सरकार और जनता की शुभकामनाएं अपने साथ लाया हूं। नेपाली पीएम दहल ने प्रधानमंत्री मोदी सरकार के नौ साल पूरा करने के लिए बधाई दी है। उनका कहना है कि भारत और नेपाल के संबंधों की नींव काफी मजबूत है।
भारत-नेपाल के बीच तेजी से बनेगा रामायण सर्किट:पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल और भारत के संबंध काफी पुराने और मजबूत हैं। द्विपक्षीय चर्चा में रामायण सर्किट के विकास के कामों में तेजी लाई जाएगी। साथ ही दोनों देशों के बीच के मुद्दों को बातचीत से सुलझाया जाएगा। द्विपक्षीय बातचीत के बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने कुर्था-बिजलपुरा रेलवे खंड का संयुक्त रूप से वर्चुअल उद्घाटन किया। रेल खंड के उद्घाटन पर भारत के बाथनाहा से रेलवे कार्गो ट्रेन नेपाल के कस्टम यार्ड पहुंची। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच ट्रांजिट समझौते पर हस्ताक्षर हुए। हमने कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए नया रेल ङ्क्षलक बनाया है। भारत और नेपाल के बीच लॉन्ग टर्म पावर ट्रेड समझौता हुआ है। इससे हमारे पावर सेक्टर को मजबूती मिलेगी। भारत और नेपाल के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध काफी पुराने हैं और इन्हें और मजबूत किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि नौ साल पहले २०१४ में मैंने नेपाल का पहली बार दौरा किया था। उस समय मैंने दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के लिए हिट फार्मूला दिया था। जिसके तहत हाइवे, आई-वे और ट्रांस-वे का निर्माण किया जा रहा है। हम ऐसे संबंध स्थापित करेंगे, जिससे भारत और नेपाल के बीच सीमाएं बाधा नहीं बन पाएंगी। इसके लिए आज कई अहम फैसले लिए गए हैं। बता दें कि चार दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल प्रचंड ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। दोनों नेता बहुत गर्मजोशी से मिले। प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले नेपाली पीएम महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर भी गए और श्रद्धांजलि अर्पित की।

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