पैरिस मे राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ मोदी ने की संयुक्त प्रेसवार्ता, बताया विजन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैरिस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में अपना विजन बताया हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत देश की विकास यात्रा में फ्रांस को एक स्वाभाविक भागीदार के रूप में देखता है। पेरिस के एलिसी पैलेस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद उन्होंने कहा कि हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हम पिछले 25 वर्षों की मजबूत नींव के आधार पर अगले 25 वर्षों का रोडमैप बना रहे हैं। रक्षा संबंधों को भारत-फ्रांस संबंधों की नींव बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि फ्रांस मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल में एक महत्वपूर्ण भागीदार है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि चाहे भारतीय नौसैनिक जहाजों की पनडुब्बियां हों, हम मिलकर न केवल अपनी, बल्कि अन्य मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा करना चाहते हैं।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई मे भारत और फ्रांस हमेशा साथ
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और फ्रांस हमेशा साथ रहे हैं। हमारा मानना है कि सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जरूरत है और दोनों देश इस दिशा में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। कोविड महामारी और यूक्रेन संकट पर अपनी बात रखते हुए हुए पीएम मोदी ने कहा कि इससे सारी दुनिया बुरी तरह से प्रभावित हुई है। कोवडि से वैश्विक दक्षिण देशों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। यह हमारे लिए भी चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने में भारत और फ्रांस की विशेष जिम्मेदारी है। हमने परमाणु ऊर्जा में अपने सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए छोटे और मॉड्यूलर परमाणु रिएक्टरों पर सहयोग पर चर्चा की है। पीएम ने कहा कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की रेज़िडेंट शक्तियों के रूप में, भारत और फ्रांस इंडो-पैसिफिक सहयोग रोडमैप पर काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी बताया कि भारत और फ्रांस, फ्रांस में भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) को लॉन्च करने पर सहमत हुए हैं।
यूएई के राष्ट्रपति ने मोदी को बांधा फ्रेंडशिप बैंड
फ्रांस के 2 दिन के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन के लिए यूएई पहुंचे हैं। यहां उन्हें सेरेमोनियल वेलकम दिया गया। यूएई के राष्ट्रपति भवन कसर अल वतन में उनका स्वागत राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड भी बांधा।दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। इसके बाद साझा बयान में पीएम मोदी ने कहा- दोनों देशों के संबंध पहले से काफी बेहतर हुए हैं। हर भारतीय अब यूएई को सच्चे दोस्त की तरह देखता है। पीएम मोदी के दौरे पर भारत और यूएई के बीच एक दूसरे की करेंसी में व्यापार करने पर समझौता भी हुआ है। साथ ही आबु धाबी में आईआईटी दिल्ली का कैंपस भी खोला जाएगा।
2024 की समिट में शामिल होने का किया वादा
इस दौरान मोदी ने यूएई की सीओपी 28 की अध्यक्षता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के मनोनीत अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर के साथ सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर सार्थक बातचीत की। प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात के क्षणों को ट्वीट करके साझा भी किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, सीओपी 28 के मनोनीत अध्यक्ष डॉ. सुल्तान अल जाबेर के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई। हमारी चर्चा सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर केंद्रित रही। इस दौरान इसमें भारत के योगदान खास तौर से मिशन लाइफ को लेकर हमारे द्वारा किए जा रहे काम पर चर्चा की गई। उन्होंने 2023 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए सुल्तान का आभार जताया। साथ ही कहा कि मैं आपके निमंत्रण के लिए आभारी हूं। मैं हमेशा यहां आने के मौके की तलाश में रहता हूं। मैंने यूएई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन में भाग लेने का फैसला किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी ट्वीट कर इसके बारे में बताया। उन्होंने लिखा, डॉ. जाबेर ने प्रधानमंत्री को आगामी सीओपी-28 के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने यूएई की सीओपी-28 की अध्यक्षता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत के प्रयासों और पहलों पर भी प्रकाश डाला।