भारतीय मूल की अमेरिकी मजिस्ट्रेट जज के सामने गुरुवार को पेश हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति
न्यूज डेस्क, बांधवभूमि
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गुजरात में जन्मीं भारतीय मूल की अमेरिकी मजिस्ट्रेट जज के सामने गुरुवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पेश हुए। ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों को पलटने की साजिश रची थी। आज हम आपको भारतीय मूल की इन्हीं मजिस्ट्रेट के बारे में बताएंगे कि कैसे गुजरात में जन्मीं उपाध्याय ने अमेरिका के जज की कुर्सी तक पहुंचने का सफर तय किया। हम बताएंगे कि कैसे पत्रकारिता में स्नातक करने वाली एक महिला ने अमेरिका में जज की कुर्सी संभाली।
पत्रकारिता-लैटिन में हासिल की डिग्री
गुजरात में जन्मीं मोक्सिला उपाध्याय ने अमेरिका के कनास शहर में पली-बढ़ीं हैं। उन्होंने अमेरिका के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उपाध्याय ने मिसौरी विश्वविद्यालय से लैटिन में ऑनर्स किया। उन्होंने अमेरिका विश्वविद्यालय की वाशिंगटन कॉलेज ऑफ लॉ से जेडी किया। उपाध्याय ने आपराधिक न्याय क्लिनिक में अपने परीक्षण कार्य में विशिष्टता हासिल की।
इसके अलावा वे, प्रशासनिक कानून समीक्षा की सदस्य भी रही हैं। वाशिंगटन स्कूल से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने डीसी कॉर्ट ऑफ अपील्स के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एरिक टी वाशिंगटन के साथ काम भी किया। इस दौरान वे दो साल तक पूर्व न्यायाधीश एरिक की कानून क्लर्क रहीं।
कई संस्थानों में की वकालत की प्रेक्टिस
कानून क्लर्क की नौकरी के बाद उपाध्याय ने वेनेबल एलएलपी का वाशिंगटन डीसी कार्यालय ज्वाइन किया। यहां उन्होंने वाणिज्यिक और प्रशासनिक मामलों से जुड़े कठिन से कठिन केसों का अभ्यास किया। 2011 में उन्होंने वेनेबल भी छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने तत्कालीन जिला न्यायाधीश रॉबर्ट एल विल्किंस के पहले क्लर्क के रूप में नौकरी की। जिला न्यायाधीश के साथ काम करने के बाद वे दोबारा वेनेबल में शामिल हो गईं और नियुक्ति तक उन्होंने वेनेबल के साथ ही काम किया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने वेनेबल में सहायक और भागीदार के रूप में काम किया। डीसी इनोसेंस प्रोटेक्शन एक्ट और डीसी इंकैरसेरेशन रिडक्शन के तहत उन्होंने लगातार काम किया।
एक साल पहले हुई नियुक्ति
सात सितंबर 2022 को उपाध्याय को यूएस मजिस्ट्रेट जज के रूप में नियुक्त किया गया। उपाध्याय डीसी बार लिटिगेशन सेक्शन स्टीयरिंग कमेटी की पूर्व सह-अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वे अमेरिकन बार फाउंडेशन की फेलो भी हैं