भयमुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी होगी निर्वाचन की प्रक्रिया
एडीजी डीसी सागर ने पुलिस कर्मियों को दी चुनावी व्यवस्था की जानकारी
बांधवभूमि, उमरिया
इस वर्ष के अंत मे होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों के संबंध मे स्थानीय पुलिस ट्रेनिंग स्कूल परिसर मे आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को संपन्न हो गया। दूसरे सत्र का शुभारंभ करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन डीसी सागर द्वारा उपस्थित अधिकारियों तथा अमले को निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं शांतिपूर्ण मतदान तथा मतगणना संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया। उन्होने कहा कि निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन मे आगामी चुनाव भयमुक्त, निष्पक्ष, निर्भीक, नैतिकतापूर्ण एवं पारदर्शी चुनाव निर्धारित प्रक्रिया मे संपादित करवाया जायेगा।
74 पुलिस कर्मी हुए प्रशिक्षित
कार्यक्रम मे निर्वाचन संबंधी मुख्य कानूनी प्रावधान, आदर्श आचार संहिता, मतदान के पूर्व और मतदान के दिन पुलिस द्वारा विभिन्न परिस्थितियों मे की जाने वाली कार्यवाही, अति संवेदनशील एवं संवेदनशील मतदान केन्द्रों का चिन्हांकन, कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु विशेष अभियान, कार्यवाहियां सावधानियों के अलावा एसएसटी, फ्लाइंग स्क्वाड आदि व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई। इसके अलावा, मतदान दिवस पर ड्यूटी, बूथ एव सेक्टर मोबाईल, ईवीएम की सुरक्षा के संबंध मे भी विस्तार से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे मास्टर ट्रेनर सुशील मिश्रा, प्रदीप सिंह गहलोत, संजय पाण्डेय, एसके गौतम, एडीपीओ जितेन्द्र अग्निहोत्री, एडीपीओ राजवीर सिंह गुर्जर महत्वपूर्ण बिंदुओं से अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन पुलिस अधीक्षक पीटीएस प्रतिमा पटेल ने किया। इस दौरान 74 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रदेश की 12 इकाईयों ने लिया हिस्सा
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान एडीपीओ राजवीर सिंह गुर्जर ने कहा कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को आकस्मि स्थिति मे इस बात का ध्यान रखना होगा कि उन्हे किस अधिकारी व कर्मचारी से संपर्क करना है। मतदान केन्द्र मे प्रभारी अधिकारी के बिना बुलाये तभी जांय, जब किसी संज्ञेय अपराध की आशंका हों। वे किसी भी राजनैतिक दल के लिए चुनाव एजेन्ट का कार्य नही करेगें। इस प्रशिक्षण मे शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, जबलपुर रेल, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाडा, डिण्डौरी, कटनी, 6वीं वाहिनी जबलपुर तथा 8वीं वाहिनी छिंदवाड़ा के अधिकारीगण उपस्थित हुये। इस मौके पर अधिकारियों द्वारा व्याख्याताओं से प्रश्न पूछे गये जिनका समाधान किया गया।