बैलेट पेपर से कराये जांय चुनाव

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ईवीएम हटाओ-लोकतंत्र बचाओ संयुक्त मोर्चा की मांग, कल सौंपा जायेगा ज्ञापन

बांधवभूमि न्यूज

मध्यप्रदेश, उमरिया
ईवीएम हटाओ-लोकतंत्र बचाओ संयुक्त मोर्चा ने सरकार एवं चुनाव आयोग से मांग की है कि देश तथा राज्यों मे आने वाले सभी चुनाव मत पत्रों के जरिये ही कराये जांय। इस मांग को लेकर 8 फरवरी को कलेक्ट्रेट मे एक ज्ञापन सौंपा जायेगा। उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामसरोवर जायसवाल ने बताया कि विगत वर्ष 1999 से देश मे ईवीएमएम से चुनाव शुरू हुआ था। पारदर्शिता का आभाव तथा संदेहास्पद परिणामो के चलते बुद्धिजीवी, विपक्ष तथा विभिन्न राजनैतिक दल लगातार इस प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। आयोग का दावा है कि ईवीएम और वीवीपीएटी से किसी तरह की टेंपरिंग नहीं की जा सकती, नां ही इसे नेट अथवा कम्प्यूटर से जोड़ा जा सकता है। ऐसे मे सवाल उठता है कि यदि पृथ्वी से हजारों मील दूर चंद्रमा पर चंद्रयान को उतारा और नियंत्रित किया जा सकता है, तो इस इलेक्ट्रिानिक्स डिवाईस मे दर्ज डाटा को दूर बैठ कर प्रभावित क्यों नहीं किया जा सकता।

आयोग को नहीं है जानकारी
वरिष्ठ अधिवक्ता रामसरोवर जायसवाल का आरोप है कि ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग या तो अनभिज्ञ है या वह भी लोकतंत्र की हत्या मे सहभागी है। उन्होने बताया कि ईवीएम पूर्ण रूप से इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस है, जिसका निर्माण बैंगलूरू मे होना बताया जा रहा है। निर्माण के उपरांत मोबाईल से लेकर हर इलेक्ट्रॉनिक आयटम मे की गई जितनी प्रोग्रामिंग कम्पनियों द्वारा उपयोगकर्ताओं को बताई जाती है, वे उतना ही जानते हैं। ईवीएम मे भी ऐसा ही है, इसमे कई ऐसे प्रोग्राम है, जिसे सरकार के कुछ लोग ही जानते हैं। उन्हीं की मिलीभगत से चुनाव के बाद वोटों मे धांधली की जा रही है।

मतदाताओं को भी संशय
संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों का मानना है कि ईवीएम से मतदान को लेकर वोटर भी संतुष्ट नहीं हैं। उन्हे लगता है, मतदान के समय उनका मत वीवीपीएटी के जरिये दिखाई तो देता है, परंतु वह उसी उम्मीदवार के खाते मे दर्ज होता भी है, या नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं मिलता। हाल मे हुए मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों मे आये अप्रत्याशित परिणामो ने जनता के संदेह को और मजबूत किया है। संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष रामसरोवर जायसवाल का कहना है कि आजादी के बाद से 1999 तक देश मे सभी आम चुनाव मत पत्रों के माध्यम से ही कराये गये। यदि कोई गड़बड़ी नहीं हो रही तो केन्द्रीय चुनाव आयोग और सत्तापक्ष को पुरानी पद्धति से चुनाव कराने मे इतनी दिक्कत क्यों है। श्री जायसवान ने कहा कि ऐसी कोई भी प्रक्रिया जिसमे संदेह हो, उसे तत्काल समाप्त कर देना चाहिये।

सभी दल और नागरिक शामिल हों

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ईवीएम हटाओ-लोकतंत्र बचाओ संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामसरोवर जायसवाल ने कहा कि चुनाव मे हो रही धांधली के कारण संविधान और लोकतंत्र खतरे मे है। यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो आने वाला समय और भी कष्टकारक हो जायेगा। उन्होने कहा कि यह मुहिम राजनैतिक नहीं बल्कि देश को बचाने की है, इसमे सभी का सहयोग आवश्यक है। श्री जायसवाल ने जिले के सभी विपक्षी दलों, जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों और गणमान्य नागरिकों से इस अभियान मे सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया है।

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