बैंक और कोयला खदानो की हड़ताल खत्म
दो दिन तक परेशान रहे उपभोक्ता, कालरियों मे मिला-जुला असर
बांधवभूमि, हुकुम सिंह
नौरोजाबाद। ट्रेड यूनियनो द्वारा शासकीय संस्थानो के निजीकरण, मंहगाई, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं के विरोध मे बुलाई गई हड़ताल मंगलवार को संपन्न हो गई। जोहिला क्षेत्र की खदानो मे दूसरे दिन भी हड़ताल का मिला-जुला असर रहा। इस दौरान श्रमिक संगठनो के पदाधिकारी कामगारों को ड्यूटी पर न जाने और हड़ताल मे शामिल होने की समझाईश देते रहे। उल्लेखनीय है कि देश के दस श्रमिक संगठनो ने इस हड़ताल का आहवान किया था। जबकि भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने खुद को इससे अलग कर लिया था। इसके अलावा बैंक कर्मियों की हड़ताल कल भी जारी रही। इस दौरान भारतीय स्टेट बैंक तथा निजी बैंकों को छोड़ कर शेष सभी बैंकों की शाखओं पर ताला लटका रहा। बैंक कर्मियों का कहना है कि सरकार ने नफा कमाने वाले बैंकों को भी निजी हाथों मे सौंपने का फैंसला कर लिया है। यह निर्णय देश के युवाओं तथा अपनी कड़ी मेहनत का पैसा बैंकों मे रखने वाली जनता के लिये खतरनाक साबित होगा। सालाना बंदी के दौरान हुई बैंक की हड़ताल से चेकों की क्लियरिंग तथा अन्य कार्य प्रभावित हुए हैं।