जन सेवा अभियान एवं राजस्व न्यायालय कार्यप्रणाली वर्कशाप मे बोले संभागीय कमिश्नर
बांधवभूमि, उमरिया
राजस्व अधिकारी नये उत्साह एवं उमंग से सौंपी गई जिम्मेदारियों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से करें तथा जनसेवा अभियान के दौरान शेष एवं राजस्व के लंबित प्रकरणों का निराकरण त्वरित गति से कराना सुनिश्चित करें, ताकि अभियान के द्वितीय चरण मे लाभांश, हितलाभ और प्रमाण-पत्रों का वितरण समय-सीमा मे किया जा सके। उक्ताशय के विचार संभागायुक्त राजीव शर्मा ने गत दिवस मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के द्वितीय चरण की तैयारी एवं राजस्व न्यायालय कार्य प्रणाली की समीक्षा संबंधी कार्यशाला मे व्यक्त किये। संभागीय सभागार मे आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कमिश्नर श्री शर्मा ने कहा कि शासकीय सेवाओं के निर्वहन मे अनेक चुनौतियों का सामना करना होता है, उसे अपनी सूझ बूझ से हल करें। साथ ही अपने कार्य क्षेत्र मे हो रही गतिविधियों के प्रति चौकन्ने रहें। अन्य विभागों एवं शासन के जनहितकारी कार्यों की जानकारी मिलने पर उन्हें सूचित भी करें एवं सहयोग प्रदान करें।
वर्षापूर्व करें प्रकरणो का निराकरण
कमिश्नर ने कहा कि शासकीय सेवक का बेहतर कार्य ही उसका संरक्षक होता है। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित संभाग के सभी कलेक्टरों से कहा कि वर्षा ऋ तु आने के पूर्व अभी से विद्युत समस्याओं की जानकारी एकत्रित करें तथा उनके एवं राजस्व प्रकरणों के निराकरण पर विशेष ध्यान दे। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं एवं उनके लंबित प्रकरणों के निराकरण मे प्रगति लाना सुनिश्चित करें। अधीनस्थ अमले को दण्डित करने की बजाय उनके आचरण मे सुधार करवाने की आवश्यकता है।
निर्बल को न्याय मिले, साहस से करें निर्णय
राजस्व अधिकारी प्रकरणों की नस्तियों का स्वाध्ययन करें, तभी सही न्याय संभव हो सकेगा। दोनो पक्षों के बीच सत्य व वास्तविकता से युक्त न्याय का ही निर्णय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि फैसले के पूर्व दोनों पक्षों की सुनवाई का मौका देने तथा सभी पहलुओं पर ध्यान देकर ही निर्णय करना चाहिये। कमिश्नर राजीव शर्मा ने कहा कि इस बात को जेहन मे रखना जरूरी है कि निर्बल को न्याय मिले। कानून का पालन करते समय विचारपूर्वक, वास्तविकता, आवश्यकता और नियमों को ध्यान मे रखकर सूझबूझ व साहस से निर्णय लेकर न्याय करें।
योजनाओं और कार्यक्रमो की समीक्षा
कार्यशाला के दौरान कमिश्नर द्वारा औद्योगिक दुर्घटनाओं को रोकने, मतदान केन्द्रों का शत-प्रतिशत अवलोकन, कुपोषण, बच्चों को दागने एवं संक्रामक बीमारियों की रोकथाम, नगर सेवा अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने, विद्युत व्यवस्था दुरूस्त करने, वन व्यवस्थापन, वन सीमा विवाद निराकरण, वनो तथा वन्य प्राणियों की सुरक्षा आदि विभिन्न विषयों, प्रशासनिक व्यवस्था, राजस्व प्रकरणो तथा शासन की योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक शहडोल एलएल उइके, एडीजी डीसी सागर, कलेक्टर शहडोल श्रीमती वंदना वैद्य, कलेक्टर उमरिया केडी त्रिपाठी, अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, पुलिस अधीक्षक शहडोल कुमार प्रतीक, उमरिया प्रमोद सिन्हा, अनूपपुर जितेंन्द्र सिंह पवार, अपर कलेक्टर शहडोल अर्पित वर्मा, उमरिया केसी बोपचे, अनूपपुर जेपी धुर्वें, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हिमांशु चंद्र, उमरिया श्रीमती इला तिवारी, अनूपपुर अभय सिंह ओहाभिया, डीएफओ शहडोल गौरव चौधरी, अशोक सोलंकी, अनूपपुर, उमरिया मोहित सूद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित हुए राजस्व अधिकारी
कार्यशाला के दौरान कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा एवं एडीजी डीसी सागर द्वारा राजस्व प्रकरणों के निराकरण मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले संभाग के 10 राजस्व अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमे उमरिया जिले के रमेश परमार, आशीष चतुर्वेदी, सतीष सोनी सहित अन्य राजस्व अधिकारी शामिल हैं।