मां पर भी किया हमला, लाश फेंककर भाग गया था छत्तीसगढ़
उमिरया। बेटे ने मां के प्रेमी की हत्या की और लाश को झाडियों मे फेंकने के बाद छत्तीसगढ़ भाग गया। इस बारे मे पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा ने मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम मे पत्रकारों को बताया कि ओदरी निवासी की हत्या इसलिए की गई थी क्योंकि उसका गांव की एक महिला से अवैध संबंध थे। इन्हीं संबंधों के संदेह पर महिला के बेटे ने धनपत की हत्या कर दी थी। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि धनपत की हत्या ग्राम बलवई निवासी उग्रसेन पिता उदयभान सिंह ने लाठियों से पीटकर की थी। इस मामले मे उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
24 घंटे मे गिरफ्तारी
बताया गया है कि धनपत की हत्या करने के बाद आरोपित उग्रसेन बिलासपुर छत्तीसगढ़ भाग गया था जिसे कुछ ही घण्टो मे बिलासपुर छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि हत्या मे प्रयुक्त लाठी को भी जब्त किया गया है। सोमवार को पाली थाना अंतर्गत ग्राम बलवई में झाडि़यों के बीच ग्राम ओदरी निवासी धनपत पिता मेला सिंह गोंड का शव मिला था। जिसके बाद से ही पुलिस एक्टिव हो गई थी। बाद मे एसपी प्रमोद सिन्हा भी मौके पर पहुंचे थे,और जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर जरूरी निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस टीम ने घुनघुटी, शहडोल, बुढार सहित कई स्थलों पर दबिश दी, परन्तु नाकाम रहे। बाद मे मुखबिर की सूचना पर बिलासपुर छत्तीसगढ़ से आरोपित की गिरफ्तारी की गई।
प्रेमी से था नाराज
इस मामले मे बताया जाता है कि मृतक धनपत कई माह से ग्राम बलवई निवासी अशोदा बाई पति उदयभान ङ्क्षसह से मिलता रहा है। दरअसल अशोदा बाई उसके गृह ग्राम ओदरी की रहने वाली थी। जिस वजह से उसके पुराने सम्बन्ध रहे हैं। मृतक को कई बार घर आता देख अशोदा का आरोपित पुत्र उग्रसेन नराज होता था। घटना दिनांक को भी जब मृतक धनपत को आरोपित पुत्र ने घर पर देखा तो आगबबूला हो गया और नराज होंने लगा। गुस्से मे आरोपित ने धनपत पर लाठियों से हमला कर दिया।
मां के सामने हत्या
जब उग्रसेन धनपत पर लाठी से हमला कर रहा था तब उसकी मां अशोदा ने बीच बचाव करने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना। उसने गुस्से मे मा अशोदा बाई पर भी हमला कर दिया और उसका भी गला दबाकर घायल कर दिया। बताया जाता है कि लाठियों के हमले मे कुछ देर मे ही धनपत शांत हो गया और उसकी मौत हो गई। धनपत की मौत के बाद आरोपित ने शव को कुछ दूर खींचकर झाडि़यों
में फेंक दिया।
लाश मिली तब हुआ खुलासा
बताया जाता है कि करींब दो दिनों बाद स्थानीय ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी मिली। लाश मिलने के बाद यह मामला खुला और पुलिस सक्रिय हो गई। बाद मे जब गांव के लोगों से पुलिस ने पूछताछ की तब पता चला कि उग्रसेन ने ही धनपत की हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले मे कई लोगों से क्रास चेक भी किया था। इसके बाद पुलिस ने उग्रसेन की तलाश की और उसे गिरफ्तार कर लिया। पत्रकारों से चर्चा के दौरान पाली एसडीओपी जितेंद्र सिंह, थाना प्रभारी आरके धारिया एवं डीएसपी भारती सिंह मौजूद रहीं।
बेटे ने की थी मां के प्रेमी की हत्या
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