बालाघाट मे पैसे डबल करने का लालच देकर लोगों को ठगने वाले 11 आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने बदमाशों से बरामद किये 10 करोड़ रूपए

भोपाल/ बालाघा। बालाघाट पुलिस ने मंगलवार को आमजन को रूपए दोगुना करने का झांसा देकर ठगी करने वाले प्रदेश के सबसे बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही आरोपितों के पास से लोगों से ठगे गए 10 करोड़ रुपए भी बरामद किए हैं। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर अन्य जानकारियां हासिल करने में जुटी हुई है। इस मामले में मास्टरमाइंड सोमेंद्र कंकरायने, आमाडारे और अजय तिड़के सहित अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि यह पूरी धोखाधड़ी लोगों को लालच देकर की जा रही थी, ऐसे में जरूरी है कि लोग जागरूक रहें और छलावे में ना आएं। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों से 16 मोबाईल फोन, 3 वाहन जब्त किया है। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से बालाघाट जिले के लांजी व किरनापुर क्षेत्र में कम समय में राशि को डबल करने की बातें संज्ञान में आ रही थी। जिससे लांजी व किरनापुर क्षेत्र के कुछ लोग अवैध रूप से लोगों से राशि डबल करने के नाम से स्वयं व एजेन्ट के माध्यम से रूपए जमा कर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे थे। सूचना पर मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिन लोगों को पकड़ा गया उनके द्वारा पैसा जमा करने के संबंध में कोई वैधानिक अनुमति रजिस्ट्रेशन व अन्य कोई भी वैद्य दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया है। उक्त स्कीम प्रथम दृष्टया अनिमित जमा योजना प्रतिबंद्ध अधिनियम के तहत अपराध करना पाये जाने से आरोपियों के विरूद्ध अधिनियम की धारा 21(1)21(2) के तहत अलग-अलग थानों में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
पुलिस ने इनको किया गिरफ्तार
पुलिस ने राशि डबल करने के मामले में आरोपी बोलेगांव निवासी सोमेन्द्र पिता योगेन्द्र कंकरायने, प्रदीप पिता दिनेश कंकरायने, कोकना किरनापुर निवासी तामेश पिता रामप्रसाद मंसूरे, राकेश पिता रामप्रसाद मंसूरे, बोलेगांव निवासी हेमराज पिता तुलसीराम आमाडारे, ललित पिता खेमराज वैष्णव, राहुल पिता राजकुमार बापूरे, छिंदीकुआं किरनापुर निवासी अजय पिता बृजलाल तिड़के, डोरली लांजी निवासी शिवाजित पिता मायाराम चिले, मनोज पिता टेकलाल सोनेकर, रामचंद पिता नानूलाल कालबेले शामिल है। वहीं इस मामले में तीन आरोपी फरार है जिनमें छिंदीकुआं किरनापुर निवासी महेश तिड़के, बोलेगांव निवासी कुन्दन यादव व धनराज आमाडारे शामिल है। इन सभी के खिलाफ अनिमित जमा योजना प्रतिबंद्ध अधिनियम 2019 की धारा 21(1),21(2) के तहत मामला कायम कर विवेचना की जा रही है।
पूछताछ में और भी होगा खुलासा
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपियों को गिर तार कर उन्हें रिमाण्ड पर लेकर पूछताछ की जावेगी, जिसमें और भी खुलासा होने की संभावना है। संभावना है कि इस काम में एक बहुत बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है जिसमें अन्य राज्यों के भी तार जुड़े हुये है।
आम जन से की अपील
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने आम जनों से अपील की है कि क्षेत्र में संचालित करने वाले इस तरह के एजेन्ट एवं पैसा लेकर डबल करने वालों के झांसे में आने से बचे व इनकी किसी भी लुभावनी योजनाओं में न फंसे। उन्होंने कहा कि किसी भी स्कीम में कम समय में राशि दोगुनी नहीं होती है। इस तरह के लालच में आकर अपनी जमा पूंजी को निवेश न करें। आम लोगों के द्वारा जो पैसा लगाया गया है वह नियमानुसार आरोपियों से लेकर जनता को वापस कराया जायेगा।
दो दिन लगाया जाएगा हेल्प डेस्क
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आम जनों की राशि लौटाने के लिए उनके शिकायत व आवेदन पत्र जमा करने के लिए किरनापुर लांजी में दो दिन तक पुलिस हेल्प डेस्क लगाया जाएगा। नियम प्रक्रिया के तहत निवेशकों को उनकी राशि वापस लौटाने का प्रयास किया जाएगा।
प्रशासन के नाक के नीचे हो रहा था काला धंधा
लांजी और उसके आसपास के इलाकों में कम समय में दुगनी राशि करने की कथित बैंकर्सों ने प्रतिस्पर्धा के साथ लोगों से करोड़ों बटोरे और जब लोगों को दुगने पैसे लौटाने की बारी आई तो वे धीरे-धीरे चंपत होने लगे। आश्चर्य की बात यह है कि यह गोरखधंधा प्रशासन के नाक के नीचे हो रहा था। विधानसभा में मामला उठने के बावजूद पुलिस खानापूर्ति करके मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
ऐसे फैला धंधा
कम समय में पैसा दुगने करने का खेल महाराष्ट्र से शुरू हुआ जो कि बालाघाट के सीमावर्ती जिलों में पहुंचा। ऐसे लोगों का संपर्क लांजी के लोगों से हुआ और ऐसे कथित बैंकर्स जो कम समय में पैसा दुगना करने का दावा करते थे शुरू-शुरू में लोगों का पैसा दोगुना करके विश्वास जमाया। विश्वास जमते ही इन्होंने फैन्चाईसी बांटने काम शुरू किया और इनके कुछ फैन्चाईसी लांजी क्षेत्र में पैदा हुए जो एजेंटों के माध्यम से लांजी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लालच में फंसाकर राशि एकत्र करते हैं और अपने कथित फैन्चाईजर तक पहुंचाते हैं। ये फैन्चाईजर एकत्र की हुई राशि आमगांव में पहुंचाते थे। इस तरह से यह कथित गैरकानूनी सूद का कारोबार फल-फूल रहा था। इन्होंने अपनी जड़े इतनी मजबूत कर ली है कि लोग भी इनके खिलाफ बोलने से कतराते हैं।
फरार होने का सिलसिला शुरू
दरअसल कम समय में पैसा दोगुना करने सीएनडीएस (बड़े कथित बैंकर्स ) जो आमगांव में ये धंधा चला रहे थे उनमें से दो-तीन लोगों के फरार होने की खबर लगी है। जो पिछले एक माह से लापता बताये जा रहे हंै। इस खबर के बाद लांजी में हड़कंप मचना शुरू हुआ। यहां के फैन्चाईजर (डीलर्स) जो राशि आमगांव पहुंचाया करते थे उनके फरार होने से इनकी जमीन पैर से निकल गई। पहले इंतजार किया और जब उन्हें ये अहसास हुआ कि उनका आका फरार हो चुका है तो इन्होंने भी फरार होने की कसरत शुरू कर दी।
पुलिस क्यों हाथ पर हाथ रखे बैठी रही
विधानसभा में प्रश्न उठने के साथ ही पूरे लांजी और आसपास के क्षेत्र में बच्चा-बच्चा यह जानता है कि किसके पास रकम जमा करने पर कम समय में राशि दोगुनी हो रही है तो पुलिस इससे अनभिज्ञ कैसे रही। बताया जाता है कि जो एजेंट राशि गांव-गांव जाकर एकत्र करते हैं उनकी रोजाना की वसूली लाखोंं की होती थी और यह बात क्षेत्र में प्राय: सभी को पता है। लोगों को यह भी पता है कि एजेंट से प्राप्त राशि को कथित अंबानी और अडानी अपने घरों में ही बोरों में भरकर रखते थे और पुलिस के नाक के नीचे ही इन राशियों का दूसरे प्रदेश में भेजा जाना लचर कानून व्यवस्था को इंगित करता है। जब यह कथित आरोपी गणेश हट्टेवार फरार हुआ उसके बाद एजेंटों ने उनके घर में जो रकम मिला उसका आपस में बंदरबांट कर लिया। बाद में पैसा लगाने वाले लोगों के हाथ राशि कम आई परंतु घरेलू सामान ज्यादा आया। इतना सब होने के बावजूद भी पुलिस अब भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
लांजी के तार दुबई से जुड़े
लांजी से शुरू होकर कम समय में दोगुनी राशि करने का अवैध धंधा लगभग पूरे बालाघाट जिले में फैल चुका है। इसकी जांच पड़ताल से ये बात सामने आ रही है कि जिले से बटोरी जा रही रकम छत्तीसगढ़ के राजनाथगांव से दुबई तक हवाला के जरिये पहुंचाई जा रही है जहां पर क्रिप्टो करेंसी पर दांव लगाया जा रहा है। इस काम में लगे लोगों को हवाला के जरिये ही रकम वापस मिल रही है। जांच पड़ताल से यह भी खुलासा हो रहा है कि लांजी के कथित अंबानी-अड़ानी और छोटे गुर्गों ने करोड़ों की बेनामी संपत्ति खरीदी है। देर से जागी पुलिस ने अभी तक जो कार्यवाही की है उसमें छोटे प्यादे ही पुलिस के हाथ लगे हैं जबकि जिले में इस प्रकार की धंधे करने की शुरूवात करने वाली बड़ी मछली पर पुलिस ने अभी तक हाथ नहीं डाला है। हालाकि पुलिस अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले के एसपी ने स्वयं टीम के साथ लांजी मेंं लगभग 1 दर्जन लोगों के घरों में दबिश दी। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री हेल्पलाईन में शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस ने अजय तिड़के को उठाया था पूछताछ में बहुत कुछ खुलासा हुआ है जिसका सामने आना बाकी है।
क्रिप्टो करेंसी पर लग रहा दांव
जानकारी के अनुसार हवाला के जरिये जो राशि दुबई भेजी जा रही है वहां पर यह राशि क्रिप्टो करेंसी में लगाई जा रही है। क्रिप्टो करेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी है जिसको लोग खरीदते हैं और जब अंतराष्ट्रीय बाजार में इसका भाव ऊंचा होता है तब इसको बेचकर लाभ कमाते हैं चूंकि भारत सरकार द्वारा इस पर 35 फीसदी टैक्स लगाया जा चुका है इसलिए ज्यादा धन कमाने के चक्कर में इसे हवाला के जरिये दुबई में इसे क्रिप्टो करेंसी में लगाया जा रहा है। बताया जाता है लांजी और उसके आसपास जो रकम दोगुनी करने का खेल चल रहा है उसका मुख्य कारण क्रिप्टो करेंसी ही है क्योंकि लोगों की रकम को हवाला के जरिये क्रिप्टो करेंसी खरीदने में उपयोग किया जा रहा है। क्रिप्टो करेंसी खरीदने का खेल पूरी तरह से गैरकानूनी और जोखिम से भरा है। टैक्स न देने के चक्कर में हवाला के जरिये गैरकानूनी तरीके से राशि दुबई में क्रिप्टो करेंसी पर लगाई जा रही है।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *