100 फीट गहरी खाई में मिला मलबा
बालाघाट।मध्यप्रदेश के बालाघाट में शनिवार दोपहर को एक चार्टर प्लेन क्रैश हो गया। विमान में एक पायलट और एक ट्रेनी पायलट सवार थे। दोनों की मौत हो गई। एक की बॉडी दो चट्टानों के बीच जलती हुई नजर आई। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर रवाना हो गई है।हादसा बालाघाट जिले के लांजी और किरनापुर के बीच भक्कुटोला-कोसमारा की पहाड़ी पर हुआ। एटीसी गोंदिया के एजीएम कमलेश मेश्राम ने बताया कि घटना में ट्रेनी पायलट रुकशंका वरसुका और इंस्ट्रक्टर मोहित की मौत हो गई है।बालाघाट SP समीर सौरभ ने बताया कि यह प्लेन ट्रेनी विमान था, जो महाराष्ट्र के गोंदिया जिले की बिरसी एयरस्ट्रीप से उड़ा था। घटनास्थल बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर है।
उड़ान के 15 मिनट बाद हादसा
घटना दोपहर करीब 3.20 बजे की है। ये विमान हादसे से करीब 15 मिनट पहले ही बिरसी हवाई पट्टी से उड़ा था। फिलहाल बचाव दल वहां पहुंच गया है। अभी हादसे की वजह पता नहीं चली है।
जहां प्लेन गिरा है, वहां दोनों ओर पहाड़
बालाघाट जिले में जहां प्लेन गिरा है, वहां दोनों ओर पहाड़ हैं। पहाड़ों के बीच में करीब 100 फीट गहरी खाई में प्लेन का मलबा मिला है। घना जंगल और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण रेस्क्यू टीम और अफसरों को मौके पर पहुंचने में समस्या हो रही है। हादसे वाली जगह पहुंचने के लिए करीब 7 किमी जंगल और पहाड़ का रास्ता पैदल तय करना पड़ रहा है। हादसे के बाद महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के एसपी, हॉक फोर्स के जवान मेडिकल टीम के साथ स्ट्रेचर लेकर मौके के लिए रवाना हुए हैं।
इससे पहले भी एक विमान हादसे का शिकार हुआ
महाराष्ट्र के गोंदिया में बिरसी हवाई पट्टी पर पायलट को प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां से कई बार विमान मध्यप्रदेश की सीमा की तरफ उड़ान भरते हैं। इससे पहले अप्रैल 2017 में एक ट्रेनी विमान बालाघाट जिले के खैरलांजी तहसील के लावणी पुरा गांव में क्रैश हो गया था। तब विमान का ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से संपर्क टूट गया था। इसके बाद विमान पेड़ और रोपवे के टावर से टकराकर नदी में गिर गया था।
महाराष्ट्र के गोंदिया में बिरसी हवाई पट्टी पर पायलट को प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां से कई बार विमान मध्यप्रदेश की सीमा की तरफ उड़ान भरते हैं। इससे पहले अप्रैल 2017 में एक ट्रेनी विमान बालाघाट जिले के खैरलांजी तहसील के लावणी पुरा गांव में क्रैश हो गया था। तब विमान का ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से संपर्क टूट गया था। इसके बाद विमान पेड़ और रोपवे के टावर से टकराकर नदी में गिर गया था।
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