पारा अभी भी 3.2 पर, पाले की आशंका से घबराये किसान
उमरिया। जिले मे कड़कड़ाती ठण्ड का कहर अब भी जारी है। बीते दो दिनो से पारा इस साल के सबसे न्यूनतम स्तर 3.2 डिग्री पर बना हुआ है। सुबह से शाम तक गलाव वाली ठण्ड पड़ रही है, जिसने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। सर्दी के कारण दुकानो, घरों और कार्यालयों मे बैठना मुश्किल हो रहा है। ठण्ड से बचने लोग गर्म कपड़ों का सहारा लेने के अलावा बाहर धूप मे बैठना पसंद कर रहे हैं। गांवों के निवासी शाम से पहले ही अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं वहीं व्यापारिक संस्थान जल्दी बंद होने के सांथ सुबह काफी देर से खुल रहे हैं। रात होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है, हर कोई घर पहुंच कर बिस्तरों के दुबकने को मजबूर है।
अभी और बढ़ेगी सर्दी
मौसम के जानकारों ने आने वाले दिनो मे ठण्ड का कहर और बढऩे की आशंका जताई है। उनका मानना है कि रविवार को आसमान मे एक बार फिर बादलों की मौजूदगी ने पारे को थाम लिया है। जैसे ही असमान साफ होगा, लोगों को कड़ाके की ठण्ड का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि ठण्ड के मामले मे जिला हमेशा सुर्खियों मे रहा है। यहां का पारा कई बार जीरो के आंकड़े को छू चुका है।
गेहूं को फायदा, दलहन को नुकसान
वहीं दूसरी ओर बादल हटने और ठण्ड बढऩे से पाले का खतरा पैदा हो गया है। किसानो का कहना है कि ठण्ड से गेहूं की फसल को तो बहुत फायदा हो रहा है परंतु यदि पाला पड़ा तो दलहनी फसलें तबाह हो सकती हैं।
बादलों ने थामी ठण्ड की रफ्तार
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