बाड़े के अंदर पहुंची एक और बाघिन
बकेली मे किसान पर जानलेवा हमले के बाद हुआ रेस्क्यू आपरेशन
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मध्यप्रदेश
उमरिया
मानपुर। जिले के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व अंतर्गत पनपथा परिक्षेत्र के ग्राम बकेली मे घुसी बाघिन को अंतत: पकड़ लिया गया है। जानकारी के अनुसार बाघिन को गांव के पास ही एक खेत से रेस्क्यू कर ताला रेंज मे बनाये एक बाड़े मे रखा गया है। जहां चिकित्सक और विशेषज्ञ उसकी हर गतिविधि पर नजर बनाये हुए हैं। प्रबंधन के मुताबिक आने वाले कुछ दिनो मे इस पर निर्णय लिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि गत रविवार रात यह बाघिन गांव मे रामदयाल कुशवाहा के घर मे बंधे मवेशियों का शिकार करने घुस गई थी। इसी दौरान रामदयाल की नींद खुल गई। जिसके बाद बाघिन ने रामदयाल पर हमला कर दिया। इस घटना मे गंभीर रूप से घायल किसान रामदयाल कुशवाहाको तत्काल जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया।
मशक्कत के बाद मिली सफलता
ग्राम बकेली मे बाघिन के प्रवेश की जानकारी मिलते ही विभागीय अमला मौके पर पहुंच गया और हाथियों की मदद से बाघिन की तलाश शुरू की गई। कई घंटे बाद टीम को बाघिन एक खेत मे बैठी मिली। विशेषज्ञों ने बड़ी ही सतर्कतापूर्वक कार्यवाही करते हुए बाघिन को पहले ट्रेंक्युलाईज किया, फिर उसे उठा कर ताला लाया गया।
आधी रात को बाहर निकला तेंदुआ
इधर पनपथा बफर परिक्षेत्र के ग्राम बेल्दी मे तेंदुए का आतंक फिलहाल टल गया है। विभाग की रेसक्यू टीम उसे जंगल की ओर खदेडने मे सफल रही है। बताया गया है कि रविवार की रात यह तेंदुआ गांव के गीदही यादव नामक किसान के घर मे घुस गया था। जिसके बाद लोगों ने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और वन विभाग को घटना की जानकारी दी। मामले की सूचना मिलते ही पनपथा, ताला और पतौर रेंज के अधिकारी सदल-बल मौके पर पहुंच गये और हालात का जायजा लिया। बताया गया है कि जब देर रात को गांव के लोग वहां हट कर अपने-अपने घर चले गये, तब मकान का दरवाजा खोला गया। बाहर शांति का माहौल देख कर तेंदुआ कमरे से बाहर निकला, जिसके बाद पार्क की टीम ने उसे जंगल की ओर खदेड़ दिया। हलांकि गांव के लोग तेंदुए को वहां से उठा कर इंक्लोजर मे रखने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह हिंसक जानवर पहले भी कई बार बस्ती मे घुस चुका है। बीते दिनो इसने सुदामा पटेल के घर के पास एक कुत्ते का शिकार किया था। लिहाजा वह कभी भी दोबारा लौट सकता है।
नये साल का पहला रेस्क्यू
पिछले कई महीनो से बांधवगढ़ नेशनल पार्क के मानपुर, पतौर और पनपथा रेंज मे बाघ, तेंदुआ और भालू जैसे हिंसक जीवों की धमाचौकड़ी ने जंगल मे बसे ग्रामीणो के लिये समस्या बढ़ा दी है। इस दरमियान जानवरों के हमले मे आधा दर्जन से अधिक लोगों को अपनी जान से हांथ धोना पड़ा है। जबकि इन घटनाओं मे कई ग्रामीण घायल भी हुए हैं। सूत्रों के अनुसार वर्ष 2023 मे प्रबंधन द्वारा कम से कम 6 बाघों तथा 1 भालू को जंगल से पकड़ कर बाड़े मे पहुंचाया गया। वहीं सोमवार को बकेली मे हुए बाघिन के रेस्क्यू की यह पहली घटना है। बड़ी बात यह है कि आये दिन जानवरों को जंगल से पकड़ कर बाड़े मे पहुंचाने के बाद भी घटनाओं मे कोई कमी नहीं आ रही है।