बाघ ने ली युवक की जान

मानपुर परिक्षेत्र के मजखेता मे हुई घटना, पूरे क्षेत्र मे भय और तनाव का माहौल
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के बांधवगढ़ नेशनल पार्क से सटे इलाकों मे बाघों का तांडव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही मे पनपथा परिक्षेत्र के कई गावों मे लोगों पर हमले करने वाले बाघ को पकड़ कर बाड़े मे पहुंचा कर राहत की सांस ले रहेे प्रबंधन के सामने दूसरे ही दिन नई चुनौती खड़ी हो गई है। रविवार की अलसुबह मानपुर रेज के ग्राम मजखेता मे बाघ ने एक युवक को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के अनुसार अनुज बैगा पिता महिपाल बैगा 22 निवासी बिजौरी थाना मानपुर रिश्तेदारी मे मझखेता आया हुआ था। रविवार को सुबह अनुज शौच के लिये जंगल की ओर गया था, इसी दौरान बाघ ने उस पर हमला कर दिया। इस घटना मे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि बाघ ने मृतक के शव को बुरी तरह नोच लिया है। जिससे उसके सिर से पेट तक का हिस्सा मांस के लोथड़े मे तब्दील हो गया है। घटना की सूचना पर पार्क तथा वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजने की व्यवस्था की गई।
विस्थापन और बढ़ती आबादी
जानकारों का मानना है कि बढ़ती आबादी और विस्थापन इन घटनाओं की मुख्य वजह है। वे बताते हैं कि बाघों का आहार मुख्य रूप से चीतल और हिरन हैं। जो चारे के अलावा खेतों मे उगने वाली फसलों पर आश्रित हैं। प्रबंधन गावों को खाली तो करा रहा है, पर घांस के मैदान विकसित करने मे काफी ढिलाई बरत रहा है। बताया जाता है कि बांधवगढ़ की महज 5 प्रतिशत जमीन पर ही घांस उपलब्ध है। लिहाजा अपनी भूंख मिटाने के लिये ये जानवर गावों से लगे खेतों का रूख करते हैं, जिनके पीछे-पीछे बाघ भी चले आते हैं। इस बीच बाघों की आबादी भी तेजी से बढ़ी है। जिसकी वजह से उनके बीच क्षेत्रीय संघर्ष की घटनाओं मे इजाफा हुआ है।
क्यों होती है हमले की घटनायें
वन्यजीवो के स्वभाव की समझ रखने वाले विशेषज्ञ इस तरह की घटनाओं को सामान्य मानते हैं। उनका कहना है कि अमूमन बाघ या तो स्वयं या अपने शावकों अथवा शिकार पर खतरा भांप कर ऐसा करते हैं। अपने शिकार को ताडऩे के दौरान किसी के अचानक आ धमकने को भी बर्दाश्त नहीं करते। कई मामलों मे वयस्क हो रहे शावक मस्ती मे भी ऐसा कर बैठते हैं। जिले मे अभी तक जो भी घटनायें हुई हैं, वे करीब-करीब इसी परिस्थिति का परिणाम दिखाई पड़ती हैं।
रायपुर मे घुसे टाईगर
मानपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम रायपुर मे भी बाघों ने दहशत मचा रखी है। गांव के लोगों ने बताया कि इस बार ये रिहायशी इलाके घुस गये हैं। इनमे से एक ने अब तक दो पालतू पशुओं को अपना शिकार बनाया है। कई ग्रामीणो ने तो बाघ को अपने मोबाईल के कैमरे मे कैद भी कर दिया है। गत दिवस मामले की सूचना पर पार्क अमला मौके पर पहुंचा पर तब तक बाघ वहां से जा चुका था। विभागीय अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने तथा अकेले जंगल की ओर न जाने की सलाह दी है।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *