बाघ के हमले मे युवक की मौत

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के पनपथा रेंज मे हुई घटना, जांच मे जुटा अमला
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे शनिवार को बाघ ने एक युवक पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतक का नाम सुखेन्द्र सिंह 18 निवासी झलवार बताया जाता है, जो सुबह पशुओं चराने के लिये पनपथा परिक्षेत्र के चमरहा हार गया हुआ था। जानकारी के मुताबिक करीब 12 बजे अचानक झाडिय़ों मे छिपे बाघ ने उस पर हमला कर दिया। इस घटना मे मौके पर ही युवक की मौत हो गई। मामले की सूचना पर पार्क के वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। मृतक के शव को पीएम हेतु रवाना किया गया है।
लगातार बना हुआ है मूवमेंट
गौरतलब है कि पनपथा रेंज के कई क्षेत्रों मे बाघ, तेंदुआ आदि जानवरों का मूवमेंट लगातार बना हुआ है। इस संबंध मे प्रबंधन द्वारा लोगों को जंगल मे न जाने एवं सतर्क रहने की समझाईश भी दी जाती रही है। टाईगर रिजर्व के उप संचालक लवित भारती ने बताया कि अमला यह पता लगाने मे जुटा हुआ है कि यह घटना कैसे हुई। सांथ ही हमलावर बाघ के संबंध मे भी जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होने कहा कि मृतक के आश्रितों को शासन की गाईड लाईन के अनुसार सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।
उपचार के दौरान मादा तेंदुआ की मौत
उद्यान के पनपथा परिक्षेत्र मे ही गत दिवस घायल अवस्था मे पाई गई एक मादा तेंदुआ की कल उपचार के दौरान मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक लगभग 5 वर्ष की उक्त तेंदुआ शुक्रवार को शाम करीब 5.30 बजे वन परिक्षेत्र पनपथा कोर की चंसुरा बीट के कक्ष क्रमांक आरएफ 438 मे घायल अवस्था मे पाई गई थी। यह सूचना मिलने के उपरांत वरिष्ठ अधिकारियों का दल घटना स्थल पर पहुंचा। जिनके निर्देश पर घायल तेंदुआ को रेस्क्यू कर ताला कार्यालय परिसर लाया गया, जहां बांधवगढ़ एवं संजय टाइगर रिजर्व के चिकित्सकों की निगरानी मे उसका इलाज शुरू किया गया। बताया गया है कि 26 नवंबर को प्रात: 6.45 बजे घायल मादा तेंदुआ ने अंतिम सांस ली। शनिवार को ही पीएम के बाद मृत तेंदुआ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
हफ्ते भर पहले भी मारे गये थे दो शावक
डाग स्क्वाड एवं पनपथा कोर व बफर की संयुक्त टीम द्वारा घटनास्थल की सर्चिंग की गई। इस दौरान मौके से करीब 500 मीटर दूर बाघ के पगमार्क एवं बाघ-तेंदुआ संघर्ष के निशन मिले हैं। वहीं तेंदुए के बाल तथा रक्त लगा एक ठूंठ भी पाया गया है। इन साक्ष्यों से अनुमान लगाया जा रहा है कि आपसी संघर्ष के कारण मादा तेंदुआ गंभीर रूप से घायल हुई थी। उल्लेखनीय है कि महज 5 दिन पहले विगत 21 नवंबर को पनपथा बफर परिक्षेत्र के बटुराहार मे दो शावक गंभीर अवस्था मे मिले थे। जिनमे से एक की मौके पर जबकि दूसरे की ताला मे इलाज के दौरान जान चली गई थी। इन शावकों की मां अभी भी लापता है। बांधवगढ़ मे आये दिन हो रही दुर्लभ जानवरों की मौत से वन्यजीवों मे चिंता व्याप्त है।

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