बांधवगढ़ मे नाले पर बनाया रिसॉर्ट का व्यू प्वाइंट

परिसर मे पहुंच जाते हैं वन्य प्राणी, कुछ महीने पहले हो चुकी है बाघ शावक की मौत
उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली रेंज अंतर्गत गढ़पुरी मे निर्मित टाइगर वेली रिसॉर्ट के संचालक ने रिसॉर्ट के बगल से गुजरने वाले एक जीवित नाले पर अतिक्रमण कर लिया है। नाले के ऊपर पुल बनाकर उस पर छत डाली गई है और जाली लगाकर व्यू प्वाइंट बनाया गया है। यह कार्य प्रकृतिक स्रोत के साथ छेड़छाड़ करने का है और एनजीटी के नियमों का खुला उलघंन है। यह प्राकृतिक नाला जंगल के एक सिरे से आता है और दूसरे सिरे तक पहुंचता है जिसमें वन्य प्राणी पानी पीते हैं।
खतरे मे वन्य प्राणी
नाले के किनारे-किनारे भी वन्य प्राणी भ्रमण करते हैं और वे भ्रमण करते हुए नाले पर बने पुल के नीेचे तक पहुंच जाते हैं। इस तरह वन्य प्राणी रिसॉर्ट के अंदर भी पहुंच जाते हैं जिससे वन्य प्राणियों के जीवन पर संकट उत्पन्न हो सकता है। वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए जीवित नाले पर बनवाया गया पुल हटाया जाना बेहद आवश्यक है। देखने से ऐसा साफ प्रतीत होता है कि यहां किया गया ज्यादातर अन्य निर्माण भी अवैध है और नियमों को ताक पर रखकर किया गया है।
पुल को हटाना जरूरी
यहां किए गए निर्माण की वजह से हाल ही के कुछ महिनों मे एक बाघ शावक की मौत भी हो गई थी। बाघ शावक रिसॉर्ट की चेन लिंक फंस गया था। इन सभी बातों को ध्यान मे रखते हुए जीवित नाले पर अवैध रूप से बनाए गए पुल को वन्य प्राणियों के हित मे हटाना बेहद आवश्यक है। इस दिशा मे पता नहीं क्यों अभी तक जिला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों ने ध्यान क्यों नहीं दिया। जबकि यह निर्माण मुख्य मार्ग से साफ दिखाई देता है।
पहले भी हुई कार्रवाई
कुछ वर्ष पहले जब बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर के पद पर मृदुल पाठक यहां पदस्थ थे तब उन्होंने बांधवगढ़ के जंगल मे बने उक्त रिसॉर्ट संचालक के खिलाफ कार्रवाई की थी। उस समय विवाद इतना बढ़ गया था कि रिसॉर्ट संचालक एके सिन्हा ने रिसॉर्ट मे घुसकर अपने साथ मारपीट का आरोप भी मृदुल पाठक पर थोप दिया था। बाद मे उन्हें परेशान करने की नीयत से इसी मामले मे उन्होंने एक परिवाद भी न्यायालय मे प्रस्तुत कर दिया था जो आज भी क्रियाशील है।
इनका कहना है
जंगल के नाले के ऊपर निर्माण करने की शिकायत मिली है और उस पर कार्रवाई भी की जाएगी। इस संबंध मे मानपुर एसडीएम को निर्देश दिए जा रहे हैं। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर उमरिया

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