कर्मचारियों को अग्नि सुरक्षा, गश्ती, विद्युत लाईन, जल स्त्रोंतों के रखाव का दिया प्रशिक्षण
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। बांधवगढ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक राजीव मिश्रा के मुख्य अतिथ्य मे मगधी एव पतौर मे आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला गत दिवस संपन्न हो गई। इस अवसर पर कर्मचारियों को अग्नि सुरक्षा, विद्युत लाइन, गश्ती एवं जल स्त्रोतों के रखरखाव का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम मे उप संचालक लवित भारती, उप वनमण्डलाधिकारी धमोखर सुधीर मिश्रा, उप वनमण्डलाधिकारी पनपथा एफ एसनिनामा, परिक्षेत्राधिकारी मगधी दीपक राज, धमोखर बफर वीएस श्रीवास्तव, खितौली स्वाति श्री जैन, कल्लवाह मुकेश अहिरवार, पतौर अर्पित मैराल, पनपथा बफर शीलसिन्धू श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या मे सहायक बीटगार्ड, स्थाईकर्मी, सुरक्षा श्रमिक आदि कर्मचारी उपस्थित थे।
ग्रामीणो को करें जागरूक
कार्यशाला मे आधुनिक एवं पारपंरिक उपकरणो की मदद से पानी टैंकर का उपयोग कर अग्नि नियंत्रण पर विस्तृत चर्चा की गई। परिक्षेत्र अधिकारियों ने अग्नि नियत्रंण हेतु किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी वहीं कर्मचारियो द्वारा पूर्व वर्षों मे लगी आग एवं उनके नियंत्रण के दौरान आई कठिनाइयों पर प्रकाश डाला गया। क्षेत्र संचालक एवं उप संचालक ने इको विकास समितियों की बैठक आगामी एक सप्ताह के अंदर आयोजित कर अग्नि सुरक्षा के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने हेतु प्रचार प्रसार करने के विषय मे निर्देशित किया।
प्रस्तुत की तैयार योजना
इसके अलावा कार्यशाला मे जलस्त्रोतों के रख-रखाव के लिये तैयार योजना प्रस्तुत की गई। वहीं चेक लिस्ट का निर्माण, जलस्त्रोतों की प्रतिदिन सफाई एवं निरीक्षण तथा जियोटैग फोटो प्रतिदिन प्रेषित करने की रूपरेखा से अवगत कराया गया। इस अवसर पर क्षेत्र संचालक राजीव मिश्रा ने गत वर्ष जलस्त्रोतों तथा बिजली लाइन की सतत निगरानी कर संभावित अवैध शिकार के प्रभावी नियत्रंण हेतु बाध्ंावगढ़ टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों की सराहना करते हुए उन्हे प्रेरित किया।
यह की गई तैयारियां
बताया गया है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे अग्नि सुरक्षा हेतु 4 पानी टेंकर, 40 वाहन, 40 लीफ ब्लोवर, का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा 38 वॉच टावर एवं 33 वायरलेस स्टेशन से संपूर्ण टाइगर रिजर्व क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। अग्नि सुरक्षा मे 1100 कर्मचारी, स्थाईकर्मी एवं सुरक्षा श्रमिक तैनात किए गए हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे उपलब्ध 450 जल स्त्रोतों की प्रतिदिन सफाई एवं निगरानी की जा रही है। उद्यान से गुजरने वाली 11 केवी की कुल 165 किमी विद्युत लाइन से शिकार की रोकथाम के लिये 33 विशेष दल बनाए गए हैं। प्रत्येक दल को औसतन 5 किमी की जिम्मेदारी दी गई है।
बांधवगढ़ मे दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न
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