बहते जल को बचाने के सांथ नई संरचनाओ का करना होगा निर्माण
आयुक्त राजीव शर्मा ने धवईझर मे किया जन संवाद
उमरिया। आकाशकोट क्षेत्र के सभी 16 ग्राम अपने ग्राम है। इन ग्रामो की समस्याओ का प्राथमिकता से निराकरण किया जाये। धवईझर जन संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुये आयुक्त शहडोल संभाग ने मनरेगा से नयी जल संरचनाओं के निर्माण, पुष्कर धरोहर योजना के तहत जल संरचनाओं का संरक्षण, गाँव की बेटियों को पढाने, चिटफंड कंपनियों से दूर रहने की बात कही। उन्होने कहा कि आगामी शिक्षण सत्र में शिक्षकों की कमी दूर कर दी जायेगी, खराब ट्रांसर्फामर एक सप्ताह मे बदलने के निर्देश कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल को दिए। जन सवंाद कार्यक्रम स्थल पर ही कांशी बाई को मौके पर मिला पेशन योजना का लाभ दिया गया। पेयजल समस्या के निराकरण के लिए उन्होने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 108 ग्रामों के लिए जल जीवन मिशन से 146 करोड़ रूपये की लागत से नल जल योजना बनाई जा रहीं है। जिससे घर-घर नल कनेक्शन मिलेगा की महिलाओं को स्वरोजगार से जोडा जायेगा। इस अवसर पर उन्होने कहा कि यहां आज भी आदिवासी संस्कृति जीवन्त है। कार्यक्रम मे आदिवासी लोक कला दल द्वारा गीत संगीत के साथ गर्म जोशी से स्वागत किया गया। चित्रकार देवेन्द्र सिंह ने उनका तैल चित्र बनाकर भेंट किया। एसएचजी की महिलाओ ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया तथा महुआ एवं कोदो कुटकी से बने बिस्कुट भेंट किये।
जल संरक्षण का करें उपाय: कलेक्टर
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत घर-घर नल से जल पहुंचाने की योजना मंजूर हो चुकी है, उन्होने ग्रामीणों से शिक्षा पर विशेष ध्यान देने, मनरेगा योजना, नील क्रांति योजना, खेत तालाब, चेक डैम, बोल्डर चेक आदि के माध्यम से जल संरचनाओं का निर्माण कर जल संरक्षण करने के साथ ही जिन स्थानों में बहता हुआ जल मिले तत्काल संरक्षण के उपाय करने की अपील ग्रामीणों से की, साथ ही स्वसहायता समूहों को गतिविधियों से जोडऩे के निर्देश एनआरएल की टीम को दिये
योजनाओं का ले लाभ: इला तिवारी
सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी ने कहा कि शासन जन्म से मृत्यु तक सहायता देती है, सभी लोग योजनाओं को समझे तथा लाभ ले, उन्होने बताया कि अभ्युदय योजना के तहत, हितग्राही को समस्त लाभ देने की योजना है, पुष्कर धरोहर योजना से पांच साल पुरानी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जा सकता है, नायब तहसीलदार आशीष चतुर्वेदी ने बताया की 222 फौती, 45 नांमांतरण का कार्य राजस्व विभाग द्वारा किया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास द्वारा बताया गया कि आकाशकोट क्षेत्र मे तीन कुपोषित बच्चे चिन्हित किये गये थे जिसमे से दो सामान्य श्रेणी मे आ चूके है तथा एक मध्यम श्रेणी मे है। इस अवसर पर जिला समन्वयक एनआरएलएम, उप संचालक क्रषि, पशु पालन, महिला एवं बाल विकास ने योजनाओं की जानकारी दी, कार्य क्रम मे बाला सिंह, शंभू सिंह तथा एनजी अजमद ने भी विचार व्यक्त किये, इस अवसर पर एसडीएम सिद्दार्थ पटेल, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, समाजसेवी संतोष दिवेदी, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, आरईएस, पीएमजीएसवाई, पीएचई सहित सीईओ जनपद पंचायत करकेली एवं एनआरएलएम की टीम एनजीओ के सदस्य तथा धवईझर सहित आसपास के ग्रामीणजन उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन एपीसी सुशील मिश्रा ने किया।
बहते जल को बचाने के सांथ नई संरचनाओ का करना होगा निर्माण
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