सारंगपुर। मध्यप्रदेश में बदमाशों ने एक बार फिर कानून व्यवस्था को चुनौती दी है। बदमाशों ने बंदूक की नोक पर आधा करोड़ रुपए से ज्यादा की डकैती को अंजाम दिया है। घर में रखी तिजोरी से सारा सामान समेट लिया। तिजोरी में सिर्फ 11 रुपए छोड़कर फरार हो गए।मामला राजगढ़ जिले के सारंगपुर का है। जहां पचोर थाना क्षेत्र के उदनखेड़ में हथियारबंद बदमाश व्यापारी के घर के चैनल गेट का ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुए। फिर व्यापारी की पत्नी पर बंदूक अड़ा दी। इसके बाद तिजोरी की चाबी मांगी। बदमाशों ने तिजोरी से 40 तोला सोना, 50 किलो चांदी और 15 लाख रुपए कैश लूट लिए। तिजोरी में सिर्फ 11 रुपए छोड़े। घटना रविवार रात करीब 2.30 बजे की है।पीड़ित नगर सेठ श्रीनाथ अग्रवाल (70) ने बताया कि रात करीब 2.30 बजे के लगभग मैं सो रहा था। बच्चे पचोर रहते हैं, जब मैं उठा तो 5 लोग खड़े थे। डकैतों ने पत्नी को डराकर तिजोरी की चाबी ले ली। वे तिजोरी में रखा सोना, चांदी, दस्तावेज और 15 लाख रुपए कैश बोरियों में भरकर ले गए। साथ ही सुरक्षा के लिए रखी हुई बंदूक भी वे अपने ले गए।
CCTV में कंधे पर बोरियां ले जाते दिखे बदमाश
डकैती की इस बड़ी घटना के बाद मौके पर एसडीओपी जोइसदास, थाना प्रभारी डीपी लोहिया पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस आसपास के CCTV फुटेज खंगाल रही है। पड़ोस में किराने की दुकान में लगे CCTV में 5 लोग रात 2:13 मिनट पर कंधे पर बोरियों में सामान लेकर जाते दिख रहे हैं। थाना प्रभारी दुर्गा प्रसाद लोहिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।एसआई धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि राजगढ़ से फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची है, जिन्होंने वारदात स्थल पर फिंगर प्रिंट लिए हैं। राजगढ़ की डॉग स्क्वॉड टीम ने डॉग के साथ छानबीन की है। पुलिस टीम को डॉग की मदद से मौके से 200 मीटर आगे एक नाले मे बंदूक पड़ी हुई मिली है।
मंडी व्यापारियों को ब्याज पर देते थे पैसा
श्रीनाथ अग्रवाल के बेटे महेश और घनश्याम ने बताया कि पिताजी उदनखेड़ी के मंडी व्यापारियों को नकद राशि उधार देते थे। साथ ही पुराने लाइसेंसी साहूकार होने की वजह से आसपास के क्षेत्र के किसानों से रकम रखकर सवा रुपया से डेढ़ रुपया सैकड़ा तक ब्याज लेकर ब्याज का काम करते हैं।
श्रीनाथ अग्रवाल के बेटे महेश और घनश्याम ने बताया कि पिताजी उदनखेड़ी के मंडी व्यापारियों को नकद राशि उधार देते थे। साथ ही पुराने लाइसेंसी साहूकार होने की वजह से आसपास के क्षेत्र के किसानों से रकम रखकर सवा रुपया से डेढ़ रुपया सैकड़ा तक ब्याज लेकर ब्याज का काम करते हैं।
पत्नी की ज्वेलरी थी ज्यादा
श्रीनाथ के दोनों बेटे पचोर मे मंडी व्यापारी हैं। श्रीनाथ पैतृक व्यवसाय गांव में ही कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए बरसों पहले बारह बोर की बंदूक ली थी। लेकिन आज वही बंदूक चोरी हो गई। जो सोना चोरी हुआ है वह उनकी पत्नी की निजी ज्वेलरी है। वर्तमान में सामाजिक वैवाहिक समारोह हो रहे हैं। बार-बार समाज में आना-जाना पड़ता है, इसलिए उनकी निजी रकम बैंक में नहीं रखी हुई थी। साथ ही किसानों से गिरवी रखी गई चांदी हम घर में रखते आए हैं।
श्रीनाथ के दोनों बेटे पचोर मे मंडी व्यापारी हैं। श्रीनाथ पैतृक व्यवसाय गांव में ही कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए बरसों पहले बारह बोर की बंदूक ली थी। लेकिन आज वही बंदूक चोरी हो गई। जो सोना चोरी हुआ है वह उनकी पत्नी की निजी ज्वेलरी है। वर्तमान में सामाजिक वैवाहिक समारोह हो रहे हैं। बार-बार समाज में आना-जाना पड़ता है, इसलिए उनकी निजी रकम बैंक में नहीं रखी हुई थी। साथ ही किसानों से गिरवी रखी गई चांदी हम घर में रखते आए हैं।
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