पहली बघेली फिल्म बुधिया के राईटर, प्रोड्यूसर और हीरो ने की बातचीत
बांधवभूमि, उमरिया। बघेली कॉमेडी के प्रसिद्ध यूट्यूबर और हालिया रिलीज पहली बघेली फिल्म बुधिया के निर्माता, लेखक और हीरोअविनाश तिवारी ने उमरिया आगमन पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन मुश्किलों को बयान किया जो फिल्म बनाते समय उनके सामने आई। उन्होंने कहा कि बघेली बोली और संस्कृति को एक सिनेमा के रूप मे सम्मान दिलाने के लिए उन्हें अपनी गाड़ी, मां और पत्नी के गहने तक बेचने पड़ गए। उन्होंने कहा कि इस बात का गर्व है कि परिवार के लोगों ने उनका पूरा साथ दिया और जब भी फिल्म बनाने के रास्ते कठिन लगने लगे तो हौसला बढ़ाया परिणामस्वरूप आज बुधिया विंध्य के सभी थियेटरों मे चल रही है।
कोई विवाद नहीं
बुधिया के विलन किरदार को लेकर आ रही कई तरह की चर्चाओं को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई विवाद नहीं है और इस फिल्म को रचने का उद्देश्य कभी भी किसी को गलत तरह से पेश करना नहीं रहा बल्कि विंध्य की बोली बघेली और संस्कृति को उच्च स्थान पर ले जाना ही रहा है। इसके लिए समाज के सभी वर्ग के लोग हमारे साथ हैं और हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं। समाज के बड़े बुजुर्ग जिन बातों को हमें समझाएंगे उन्हें सुनना और समझना हमारा दायित्व है।
बुधिया नारी शक्ति का सम्मान
फिल्म की थीम पर चर्चा करते हुए अविनाश तिवारी ने बताया कि बुधिया नारी शक्ति को सम्मान दिलाने के लिए रचा गया एक ऐसा कथानक है जिसमें विंध्य की खुश्बू बसी हुई है। जो भी इस सिनेमा को देखेगा निश्चित तौर पर एक संकल्प के साथ ही थियेटर से बाहर आएगा। उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा सिनेमा रचा है जिसे परिवार के लोग एक साथ बैठकर देख सकते हैं। फिल्म की कहानी मे बेवजह कुछ भी नहीं डाला गया है।
कई कहानियों का प्लान
भावी योजनाओं पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए अविनाश तिवारी ने बताया कि बुधिया की सफलता और लोगों के प्यार पर सब निर्भर है। हमारे पास कई कहानियों का प्लान है जिस पर चर्चा चल रही है। इस दौरान फिल्म की नायिका अन्नपूर्णा द्विवेदी, डायरेक्टर शैलू दत्त, बृजेश शुक्ला, सिंगर प्रकाश तिवारी मधुर, अभिषेक रसिक, अतुल त्रिपाठी माधव, प्रकाश नारायण द्विवेदी, राधेश्याम शर्मा, अनिल द्विवेदी, प्रवीण पांडेय, अंकित द्विवेदी मौजूद रहे।
बघेली को सम्मान दिलाने बेच दी अपनी गाड़ी, मां और पत्नी के गहने
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