किसानों की चिंता बढ़ी, गहाई और उपार्जन का कार्य जारी
उमरिया। आसमान मे एक बार फिर बादलों की आवाजाही शुरू हो गई है। मौसम विभाग द्वारा जताए गए अनुमान के मुताबिक जिले मे बारिश भी हो सकती है। इस स्थिति के कारण किसानों की चिंताएं एक बार फिर बढ़ गई है। क्योंकि अभी बड़े पैमाने पर गहाई का कार्य चल रहा है, वहीं उपार्जन का कार्य भी पूरा नहीं हो सका है। लिहाजा किसान जल्दी से जल्दी अपना अनाज समर्थन मूल्य की दुकानों पर पहुंचा कर मामले को निपटाने की कोशिश में हैं, इसी बीच मौसम में आये बदलाव ने नई समस्या पैदा कर दी है। किसानों को चिंता है की यदि जरा भी बारिश हुई तो गहाई रुक जाएगी वहीं केंद्रों पर उपार्जन कार्य भी प्रभावित हो जाएगा।
हो रही नखरेबाजी
किसानों का कहना है कि उपार्जन केंद्रों पर पहले से ही अनाज खरीदने में कई प्रकार की नखरेबाजी चल रही है। केंद्रों में उनसे प्रति बोरी पर 650 ग्राम माल ज्यादा लिया जा रहा है। वहीं केंद्र प्रभारियों का कहना है माल में नमी है, जिसके चलते एक अनुमानित अनुपात में सोखता लेने के निर्देश हैं। जबकि किसान कह रहे हैं, कि माल में किसी प्रकार की कमी नहीं है, फिर भी इस तरह की कई समस्याओं का सामना उन्हें करना पड़ रहा है। कई किसानों का यह भी कहना है कि उनके पास शासकीय उपार्जन केंद्रों में माल बेंचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, ऐसे मे यह तो होना ही है।
उपार्जन केंद्रों पर भारी जमघट
सूत्रों के मुताबिक इस समय फसल उपार्जन का कार्य पूरे पीक पर है। अत: सभी समर्थन मूल्य केंद्रों पर भारी तादाद में किसान माल लेकर पहुंच रहे हैं। कोविड-19 की गाइडलाइन के मुताबिक उपार्जन की बाध्यता होने के कारण कार्य की रफ्तार नहीं बढ़ पा रही है। केंद्र प्रबंधकों और किसानों की चिंता है यही ऐसे समय मे बारिश हो गई तो अनाज गीला हो जाएगा, जिससे मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।
तूफान और बारिश ने मचाया कोहराम
इस बीच जिले की पाली तहसील के ग्राम कुरकुचा मे कल आंधी, तूफान और बारिश ने काफी कोहराम मचाया है। इससे गांव के कुछ लोगों के घरों के छप्पर आदि उड़ गए। स्थानीय निवासी वृंदा सिंह पिता तोप सिंह व ओंकार सिंह पिता मोहे लाल सिंह ने बताया है कि आंधी-तूफान से उनके घर के खपरे और सीट उड़ गए। जबकि बारिश के पानी से अनाज आदि खराब हो गया।
जिले मे इन केन्द्रों पर हो रही खरीदी
जिले मे रबी उपार्जन हेतु कुल 39 केन्द्र बनाये गये है। इनमे सेवा सहकारी समिति भरौला, उमरिया, कौडिया, नरवार, पथरहठा, बिलासपुर, करकेली, छांदाखुर्द, मालाचुआ, बडखेरा, ददरौडी, बल्हौड, नवगवां, गढपुरी, कुम्हरवाह, चिल्हारी, पडवार सलैया, पडवार, कोठिना पनपथा, उमरिया बकेली, कठार, सिगुडी, सेवा सहकारी मर्यादित कोटरी, बरा, अमरपुर, देवगवां, इंदवार, चंदिया, मानपुर, सिगुडी, खटार, कछराटोला, बेलमना, इंदवार, मजमानी कला एवं घुनघुटी सामिल है।
फिर बदला मौसम का मिजाज
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