राहुल गांधी ने साझा की पीएम मोदी की तस्वीर, लिखा कैप्शन
नई दिल्ली। फ्रांस से मिले लड़ाकू जेट विमान राफेल में कथित भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर से उफान पर है। फ्रांस में राफेल लड़ाकू विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार की जांच को लेकर जज की नियुक्ति हो गई है, जिसके बाद से भारत की सियासत में भी अब उबाल देखने को मिल रहा है। फ्रांस द्वारा राफेल प्रकरण की जांच शुरू होने के बाद अब भारत में कांग्रेस ने जेपीसी की जांच की मांग कर दी है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी की दाढ़ी वाली एक तस्वीर शेयर कर उन पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए अपने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर किया है और कैप्शन दिया है- चोर की दाढ़ी। इस इंस्टाग्राम पोस्ट में राहुल गांधी ने पीएम मोदी की एक तस्वीर को राफेल विमान के साथ एडिट करके शेयर किया है। इससे पहले ट्विटर पर राहुल गांधी ने सिर्फ कैप्शन लिखा था- चोर की दाढ़ी। इधर, राफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि फ्रांस में भारत के साथ हुए 36 राफेल विमानों के सौदे में भ्रष्टाचार के ताजा खुलासों से साफ है कि इसमें बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रेस ने आगे कहा कि मोदी सरकार को बिना देर किए इस सौदे में हुई गड़बड़ी की सयुंक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच करानी चाहिए।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी बार-बार सबूतों के साथ कहती रही है कि राफेल सौदे में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
भ्रष्टाचार को लेकर हुए नए खुलासे
फ्रांस में इस सौदे में हुए भ्रष्टाचार को लेकर नए खुलासे हुए है और पूरे प्रकरण की जांच हो रही है इसलिए भारत सरकार को भी जेपीसी से मामले की जांच करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फ्रांस की जांच एजेंसी ने राफेल सौदे में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू कर दी है। फ्रांस की सरकार को इसमें भ्रष्टाचार नजर आया है इसलिए उसने मामले की न्यायिक जांच शुरू कर दी है तो भारत सरकार को भी जेपीसी से जांच कराने में संकोच नहीं करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट मे है राफेल डील का मामला
फ्रांसीसी मीडिया में ये खबरें आई थीं कि राफेल डील में क्लाइंट को भारी-भरकम रकम दी गई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दाखिल की गई थी। इसमें राफेल डील की स्वतंत्र जांच की मांग की गई थी। तब चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा था कि इसकी सुनवाई बाद में की जाएगी। हालांकि उन्होंने किसी तारीख का जिक्र नहीं किया था। सुप्रीम कोर्ट ने दो साल पहले कोर्ट की निगरानी में राफेल डील की जांच की मांग से जुड़ी सभी याचिकाएं खारिज कर दी थीं। १४ दिसंबर २०१८ को सुप्रीम कोर्ट ने इस डील की प्रॉसेस और पार्टनर चुनाव में किसी तरह के फेवर के आरोपों को बेबुनियाद बताया था।