मेडिकल स्टूडेंट्स से मारपीट का मामला, सरेंडर नहीं करने पर कुर्क होगी संपत्ति
बांधवभूमि, सोनू खान
शहडोल। सोहागपुर थाना क्षेत्र स्थित मेडिकल कॉलेज परिषर में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट करने के मामले में फरार आरोपी नावेद खान उर्फ पप्पू को पुलिस ने २४ घंटे का अल्टीमेटम देकर सरेंडर करने की चेतवानी दी है। साथ ही चेताया है कि यदि २४ घंटे के अंदर सरेंडर नहीं होने पर उसकी चल-अचल संपत्ति कुर्क कराने के लिए न्यायालय में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। पुलिस ने उसके ऑफिस में एक नोटस चस्पा किया है। पिछले दिनों चिकित्सा महाविद्यालय में मारपीट हुई थी, इस मामले में कुल १९ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसमें आठ नामजद थे और ११ अज्ञात। आठ में से छह आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि दो अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, लिहाजा पुलिस ने फरार चल रहे दोनों आरोपियों नावेद और संस्कार बजाज के आवास और ट्रांसपोर्ट पर मंगलवार की देर रात को नोटिस चस्पा किया है। सोहागपुर थाने की पुलिस की ओर से चस्पा किए गए नोटिस में कहा गया है कि अगर आरोपी २४ घंटे के अंदर थाने में उपस्थित नहीं होते हैं, तो उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करते हुए उनकी चल अचल संपत्ति कुर्क कराने के लिए न्यायालय के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया जाएगा।
सायबर सेल की मदद से शहडोल एसपी ने वापस कराए 30 लाख
भाई की मृत्यु के बाद भाई ने ही ऑनलाइन कर लिया था पैसा ट्रांसफर
बांधवभूमि, शहडोल
जिले के बुढार में अजीबो गरीब मामला सामने आया है, जहां गंभीर बीमारी से जूझ रहे छोटे भाई की मौत के बाद बड़े भाई ने मृतक भाई के खाते से आन लाइन ३० लाख रूपए आहरण कर लिए। पिता शिकायत के बाद शहडोल सायबर सेल की मदद से एसपी की समझाइस के बाद भाई ने ३० लाख वापस कर मानवता की मिशाल पेश की है। बुढार थानां क्षेत्र के रहने वाले एओहित गुप्ता की गंभीर बीमारी के चलते २२ अक्टूबर को मौत हो गई थी। इस दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसका फोन उपयोग करते हुए उसके आईसीआईसीआई बैंक खाते से अलग अलग समय में तीस लाख की राशि का आहरण कर लिया गया है, जिसकी शिकायत मृतक के पिता राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने शहडोल पुलिस से की। शिकायत की गंभीरता से लेते हुए सायबर सेल शहडोल द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए मृतक के बैंक खाते की जानकारी प्राप्त करते पाया गया कि मृतक रोहित कुमार गुप्ता के खाते से राशि नेट बैंङ्क्षकग एवं एनईएफटी के माध्यम से मतक का भाई चन्द्रमोहन गुप्ता आईसीआईसीआई बैंक खाते में ट्रांसफर हुई थी। इस संबंध में चन्द्रमोहन गुप्ता जो की वर्तमान में महाराष्ट्र में जॉब कर रहे थे, थाणे महाराष्ट्र को सायबर सेल शहडोल तलब कर जानकारी प्राप्त करते उसके द्वारा बताया गया कि पूर्व में उसके द्वारा अपने छोटे भाई के ईलाज पर खर्च किया गया था जो उसकी मृत्यु के बाद उसके बैंक खाते में शेष राशि को उसके फोन को छुपाकर यह राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिया था। सायबर सेल की तत्परता से प्रकरण में आवेदक एवं अनावेदक को पुलिस अधीक्षक के समक्ष प्रस्तुत करने पर दी गई समझाईस के आधार पर अनावेदक चन्द्रमोहन गुप्ता द्वारा सम्पूर्ण राशि आवेदक राजेन्द्र कुमार गुप्ता को वापस करने हेतु चेक पुलिस अधीक्षक शहडोल के समक्ष दिया गया। तब जाकर आपसी मतभेद को भुलाकर राजीनामा हेतु सहमति दी गई है। इस सम्पूर्ण कार्यवाही में सायबर सेल प्रभारी सउनि अमित दीक्षित एवं सायबर स्टॉफ की उल्लेखनीय भूमिका रही है।