प्रधानमंत्री से मिले तीनों सेना प्रमुख

आर्मी, नेवी और एयरफोर्स चीफ से PM ने 30-30 मिनट बात की, अग्निपथ स्कीम पर हुई चर्चा

नई दिल्ली। देश के अलग-अलग राज्यों में सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध के बीच आर्मी, नेवी और एयरफोर्स चीफ ने मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम ने अपने आवास पर अलग-अलग सेना प्रमुखों के साथ 30-30 मिनट बैठक की। तीनों आर्मी चीफ ने अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती और उससे संबंधित मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री को जानकारी दी। न्यूज एजेंसी के मुताबिक सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने पीएम मोदी को ओवरऑल इंडक्शन प्रोसेस और स्कीम के सफल रोलआउट के लिए उनके तरफ उठाए जा रहे कदमों से भी अवगत कराया। हालांकि इस पर किसी तरह का अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
सीन्योरिटी के हिसाब से हुई बैठक
सबसे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार पीएम आवास पहुंचे। नौसेना प्रमुख से मुलाकात खत्म होने के बाद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी पीएम से मिलने पहुंचे। सबसे आखिर में थलसेना प्रमुख जन मनोज पांडे ने पीएम मोदी से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि ये बैठक सीन्योरिटी के हिसाब से हुई।बता दें कि अग्निवीरों की भर्ती को लेकर वायुसेना, नौसेना और आर्मी ने अधिसूचना जारी कर दी है। वायुसेना 24 जून, नौसेना 25 जून और आर्मी 1 जुलाई से अग्निपथ योजना के तहत भर्ती शुरू कर रहा है।
आठ साल में देश को इस रास्ते पर लाना आसान नहीं- पीएम मोदी
सोमवार को पीएम मोदी ने बेंगलुरु में कई प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि वर्तमान में हमारी कुछ पहल कुछ समय के लिए अप्रिय लग सकती है, लेकिन आने वाले दिनों में उसके लाभ महसूस होंगे।पीएम ने आगे कहा- 21वीं सदी का भारत धन, नौकरी देने वालों और इनोवेटर्स का है, जो देश की असली ताकत हैं। सरकार उन्हें पिछले आठ साल से प्रोत्साहित कर रही है। सुधार ही हमें नए लक्ष्यों तक ले जा सकते हैं।
अग्निपथ विवाद के बीच पीएम का बयान बेहद अहम
पीएम मोदी का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब देश के कई राज्यों में अग्निपथ स्कीम को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन चल रहा है। ऐसे में पीएम का बयान बेहद अहम माना जा रहा है। पीएम के मुताबिक यह स्कीम देश के लिए बेहद जरूरी है।बता दें यह स्‍कीम सैनिकों की भर्ती से जुड़ा है। स्‍कीम के तहत सेना में भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा। इन्‍हें चार साल के लिए सेना के साथ जुड़ने का मौका मिलेगा। फिर इनमें से 25% को आगे रेगुलर किया जाएगा।
अग्निपथ स्कीम के लाभ बताएंगे भाजपा नेता
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछले रविवार को कहा था कि वे इस स्कीम का प्रचार देशभर में करेगी। प्रचार के दौरान भाजपा नेता युवाओं के बीच जाकर उन्हें समझाएंगे और इसके फायदे बताएंगे।
क्या है अग्निपथ स्कीम
केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस स्कीम के तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।
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