जनजातीय गौरव महासम्मलेन मे करेंगे शिरकत, रेलवे स्टेशन का होगा लोकार्पण, सीएम ने लिया जायजा
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को राजधानी के जंबूरी मैदान में जनजातीय गौरव महासम्मेलन में शिरकत करने भोपाल आएंगे। उनके स्वागत के लिए भोपाल में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अपने चार घंटे के भोपाल प्रवास के दौरान पीएम मोदी जहां-जहां जाएंगे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं वहां से जुड़ी तमाम गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने रविवार को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने लोकार्पण कार्यक्रम से जुड़ी तैयारियां देखीं। इस अवसर पर मंत्री भूपेंद्र सिंह, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया, आयुक्त जनसंपर्क डा सुदाम खाड़े और संचालक जनसंपर्क आशुतोष प्रताप सिंह भी उपस्थित थे। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान जंबूरी मैदान पहुंचे और कार्यक्रम स्थल पर तमाम व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कुछ जरूरी निर्देश भी दिए। इससे पहले मुख्यमंत्री बरकतउल्ला विश्वविद्यालय परिसर भी गए और नवनिर्मित हेलीपैड का निरीक्षण किया। यहां पर उन्?होंने होशंगाबाद रोड के नजदीक आवासीय क्षेत्र की आवश्यक साज सज्जा के भी निर्देश दिए। प्रधानमंत्री श्री मोदी इस मार्ग से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन जाएंगे। मुख्यमंत्री के अवलोकन के समय वरिष्ठ अधिकारियों सहित मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग उपस्थित थे।
तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया जा रहा है। आंतरिक सुरक्षा के पहले घेरे में एसपीजी कमांडो, दूसरी-तीसरी सुरक्षा में एमपी एटीएस के कमांडो, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के साथ और सेंट्रल पैरामेलेट्री फोर्स के जवान शामिल रहेंगे। हॉक फोर्स के कमांडो भी पुलिस को मिले हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। एसपीजी ही सभी सुरक्षा तैयारियों को अंतिम रूप देगी। इनके अलावा 2 आईजी, 5 डीआईजी, 20 एसपी, 35 एडिशनल एसपी, करीब 80 डीएसपी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। मोदी के आगमन को देखते हुए पूर्व से ही शहर भर के आयोजनों को रद्द करने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियों को रोक दिया गया है। इसके लिए प्रशासन की ओर से लगातार मौका मुआयना किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने पूरी मंत्रिपरिषद को सौंपा काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार शासन को लेकर व्यावहारिक दृष्टिकोण के मद्देनजर युवा पेशेवरों को शामिल करने, सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों से सुझाव लेने और परियोजना निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी का बेहतरीन उपयोग करने की योजना बना रही है। इसके अलावा आठ अलग-अलग समूह अन्य विभिन्न कदमों की निगरानी करेंगे। इन समूहों में समूचे मंत्रिपरिषद से सदस्य शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक 77 मंत्रियों को प्रौद्योगिकी-आधारित संसाधनों को विकसित करने तथा उनकी टीमों में भर्ती के लिये पेशेवरों का पूल बनाने के लिए आठ समूहों में बांटा गया है। मोदी सरकार में अधिक पारदर्शिता, सुधार और दक्षता लाने के लिए सभी मंत्रियों के कार्यालयों में इसी तरह की अन्य पहलों को अपनाया जाएगा। हर समूह में एक मंत्री को समन्वयक के रूप में नामित किया गया है। मंत्रियों को आठ समूहों में विभाजित करने का निर्णय पीएम की अध्यक्षता वाली पूरी परिषद के चिंतन शिविरों के बाद की गई, जिसमें से प्रत्येक बैठक लगभग पांच घंटे तक चली। ऐसे कुल पांच सत्र आयोजित किए गए। इनमें व्यक्तिगत दक्षता, केंद्रित कार्यान्वयन, मंत्रालय और हितधारकों के कामकाज, पार्टी समन्वय और प्रभावी संचार तथा संसदीय कामकाज पर चर्चा की गई। पिछले चिंतन शिविर में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने भी भाग लिया था। -lead
Today, I went to the beachfront with my kids.
I found a sea shell and gave it to my 4 year old daughter and
said “You can hear the ocean if you put this to your ear.” She placed the shell to her ear and
screamed. There was a hermit crab inside and it pinched her
ear. She never wants to go back! LoL I know this is completely off topic but
I had to tell someone!