ऊना। हिमाचल के ऊना जिले के शहीद अमरिक सिंह का सोमवार को अंतिम संस्कार हुआ। वह कश्मीर में गश्त के दौरान हादसे में शहीद हो गए थे। घटना के चार दिन बाद सोमवार को उनकी पार्थिव देह घर पहुंची। गणु मंडवाड़ा गांव के हवलदार अमरीक सिंह का शव जैसे ही घर पहुंचातब अश्रुओं की अविरल बहती धारा बहने लगी। हवलदार अमरीक सिंह का शव पूरे सैन्य सम्मान के साथ सेना के जवान जब घर लेकर पहुंचे तब मां के करुण क्रुंदन और पत्नी और बेटे की वेदना से पत्थर दिल भी पिघल गए। सोमवार को पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अमरीक का शव गगरेट सेउनके पैतृक गांव लाया गया तब हर जगह इस वीर सपूत के आगे सिर झुक गए। दौलतपुर से सैकड़ों लोगों के काफिले के साथ शव जैसे ही गणू मंडवाड़ा पहुंचा तब हर आंख नम थी। प्रशासन की ओर से एसडीएम सौमिल गौतम तहसीलदार रोहित कंवर डीएसपी वसुधा सूद और एसएचओ भी मौजूद रहे। शहीद अमरीक ३९ साल के थे। साल २००१ में वह डोगरा रजिमेंट में भर्ती हुए थे। कुपवाड़ा के माछिल में यह हादसा पेश आया है। यहां पर एक वाहन बर्फ में फिसलने के बाद खाई में गिर गया और जवान शहीद हो गए थे।
पैतृक गांव मे शहीद अमरिक का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार
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