पेसा ने दिया जल-जंगल, जमीन का अधिकार

पाली जनपद के सुंदरदादर मे हुई ग्रामसभा, कलेक्टर-एसपी भी रहे मौजूद
बांधवभूमि, उमरिया
जिले के पाली जनपद की ग्राम पंचायत सुंदरदादर मे गत दिवस पेसा एक्ट के तहत ग्रामसभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी, वनमंडलाधिकारी मोहित सूद, जिला एवं जनपद अधिकारी एवं सैकड़ों की संख्या मे ग्रामीण उपस्थित थे। ग्राम सभा का शुभारंभ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यर्पण कर किया गया। तत्पश्चात अनुसूचित जनजाति परिवार के आंनद सिंह मार्को को सर्वसहमति से ग्रामसभा का अध्यक्ष मनोनीत किया गया। मास्टर ट्रेनर सुशील मिश्रा द्वारा ग्रामीणों को पेसा एक्ट, ग्राम सभा का गठन, कोरम पूर्ति, एजेंडा मे चर्चा आदि के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गई।
अब नहीं हो सकेगा जमीन पर कब्जा
बताया गया कि कानून मे पहला अधिकार जमीन का है। पटवारी और बीट गार्ड ग्रामसभा को हर साल गांव की जमीन के अलावा वन क्षेत्र का नक्शा, खसरा तथा बी-1 उपलब्ध करायेंगे। यदि राजस्व अभिलेखों मे कोई गलती पाई जाती है तो ग्राम सभा को उसमे सुधार के लिए अपनी अनुशंसा भेजने का पूरा अधिकार होगा। अधिसूचित क्षेत्रों मे बिना ग्राम सभा की सहमति के किसी भी प्रोजेक्ट के लिए गांव की जमीन का भू- अर्जन नहीं किया जाएगा।
अब गैर जनजातीय या कोई भी अन्य व्यक्ति छल-कपट से, बहला-फुसलाकर, विवाह करके जनजातीय भाई-बहनों की जमीन पर गलत तरीके से कब्जा नहीं कर पायेगा। ऐसा करने या भूमि खरीदने की कोशिश करने पर ग्राम सभा इसमे हस्ताक्षेप करेंगी। अधिसूचित क्षेत्रों मे ग्राम सभा की अनुशंसा के बिना पर खनिज के पट्टे, पट्टा, देने या नीलामी की कार्यवाही नही की जा सकेगी।
वरिष्ठ अधिकारियों ने की चर्चा
पेसा एक्ट का दूसरा अधिकार जल का है। गांव के तालाबों का प्रबंधन अब ग्राम सभा करेगी। 100 एकड़ तक की सिंचाई क्षमता के तालाब और जलाशय का प्रबंधन ग्राम पंचायत द्वारा किया जाएगा। तीसरा अधिकार जंगल का है। ग्राम सभा या उनकी समिति अब यह तय कर सकेगी कि एक निश्चित दर से कम रेट पर वे अपनी वनोपज नही बेचेंगे। चौथा अधिकार श्रमिको के अधिकार का संरक्षण और पांचवा अधिकार परम्पराओं और संस्कृति का संरक्षण है, जिसके बारे मे सभी विभाग प्रमुखों द्वारा विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

Advertisements
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *