पुलिसकर्मी भी था पेंगोलिन की तस्करी मे शामिल
जिला मुख्यालय मे हवाई पट्टी के पास धरे गये तीन आरोपी, जिंदा मिला वन्यजीव
उमरिया। वन विभाग ने दुर्लभ वन्यजीव पेंगोलीन की तस्करी करते हुए तीन आरोपियों को धर दबोचा है। आरोपियों मे एक पुलिसकर्मी भी शामिल है, जिसके कब्जे से जिंदा पेंगोलीन बरामद किया गया है। उक्त आशय की जानकारी देते हुए वन विकास निगम के डीएम अनिल चोपड़ा ने बताया कि मुखबिर द्वारा मिली सूचना के आधार पर निगम, वन्य प्राणी अपराध ब्यूरो एवं बांधवगढ़ नेशनल पार्क की संयुक्त टीम गठित की गई। जिसके द्वारा बीती रात शहर की हवाई पट्टी के समीप छापामार कार्यवाही करते हुए तीन आरोपियों को धर दबोचा। टीम ने आरोपियों के कब्जे से दुर्लभ वन्यजीव पेंगोलिन भी छुड़ा लिया। इस कार्यवाही मे तीन मोबाइल और 2 बाइक भी जब्त की गई हैं।
लंबे समय से कारोबार मे लिप्त होने की संभावना
दबोचे गए तीन आरोपियों मे से एक आशीष इक्का पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय उमरिया मे आरक्षक के पद पर पदस्थ है। अन्य दो आरोपियों के नाम जितेंद्र वर्मा एवं मोहनलाल कोल बताये गये हैं। ऐसे मामले मे पुलिस विभाग के आरक्षक का पकड़ा जाना अपने आप कई सवाल खड़े करता है। जानकारों का मानना है कि इस गिरोह के तस्करी मे पहले से लिप्त होने से इंकार नहीं किया जा सकता। इनके द्वारा कितने बार और कौन-कौन से वन्यजीवों की तस्करी की घटना को अंजाम दिया गया, यह तो आरोपियों से पूंछताछ के बाद ही पता चल सकेगा।
बेहद सीधा जीव
पैंगोलिन एक गहरे-भूरे या पीले भूरे रंग का शुंडाकार जीव है। यह कुछ-कुछ सांप और छिपकली की तरह दिखाई देता है जो स्तनधारी जीवों की श्रेणी में आता है। कुछ लोग इसे चींटीखोर भी कहते हैं। यह एक बेहद सीधा जीव है जो किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता।
यह जिले के राष्ट्रीय उद्यान बांधवंगढ़ के जंगलों मे भी बहुतायत मे पाया जाता है।
20 को मनाया गया था पेंगोलीन दिवस
पेंगोलीन दुनिया के उन संकटग्रस्त जीवों मे शमिल है जिनकी संख्या निरंतर घटती जा रही है। इस प्रजाति के अस्तित्व को बचाने प्रत्येक फ रवरी के तीसरे शनिवार को दुनिया भर मे विश्व पैंगोलिन दिवस मनाया जाता है। तारीख के अनुसार सह इस बार विगत 20 फ रवरी को मनाया गया था।
27 हजार रूपये किलो है कीमत
हड्डियों और मांस के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे पेंगीलीन की तस्करी बढ़ी है। इसका सबसे ज्यादा प्रयोग ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन और चीनी दवाओं मे होता है। चीन मे इसका कारोबार लगभग 130 बिलियन डॉलर का है। इनका इस्तेमाल यौनवर्धक तथा अन्य तरह की दवाएं बनाने मे भी किया जाता है। कई देशों मे इसको नॉनवेज फूड के तौर पर खाया जाता है। इसके मांस की कीमत बाजार मे 27 हजार रुपये प्रति किलो बताई जाती है।