नई दिल्ली। एनसीपी और शिवसेना नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों के एक्शन के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बुधवार को मुलाकात हुई। यह बैठक संसद भवन स्थित पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) में हुई। बताया गया कि दोनों दिग्गजों के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत चली। हालांकि, यह साफ नहीं हो हुआ, कि दोनों नेताओं में किस मुद्दे पर बात हुई।वैसे, यह भेंट उस वक्त पर हुई, जब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां तेजी से जांच-पड़ताल में जुटी हैं। रोचक बात है कि इस बैठक से कुछ घंटे पहले महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को सीबीआई हिरासत में लिया गया। इससे एक दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुछ जमीन से संबंधित सौदों की मनी लॉन्ड्रिंग जांच में शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर ली थी। राउत ने कहा है, महाराष्ट्र जैसे राज्य जो भाजपा शासित राज्य नहीं है। वहां पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। वह लोकतंत्र और हमारी आज़ादी को खतरे में लाना वाला है। यह ठीक नहीं है। उधर, अजित पवार ने कहा कि मीटिंग का ज्यादा कुछ मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे मीटिंग की कोई खबर नहीं है…मैं तभी कुछ कह सकता हूं, जब मुझे सूचना मिलेगी। पर पीएम और एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता विकास के मुद्दों पर बात करने के लिए मिल सकते हैं। इसतरह के ढेर सारे मसले हैं, जिन पर चर्चा की जरूरत है…हो सकता है कि उन पर बात हुई हो। दोनों बड़े नेता है। मुझे नहीं मालूम कि उन्होंने क्या बात की।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि ऐसी कार्रवाई होने के बाद वे (संजय राउत) इसतरह के आरोप लगाते रहते हैं। लेकिन, जब ईडी तथ्यों और सबूतों के आधार पर यह कार्रवाई करती है,तब ईडी को कोसा जाता है। यह एक प्रकार से इनकी राणनीति है। मुझे लगता है उन्हें साफ तरीके से आना चाहिए।
पीएम मोदी से एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने की मुलाकात
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