नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के परिसर में वर्चुअल तरीके से स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने ये प्रतिमा हमें स्वामी जी के सशक्त-समृद्ध भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा देती रहे। मोदी ने कहा कि जेएनयू में लगी स्वामी जी की ये प्रतिमा सभी को प्रेरित करे, ऊर्जा से भरे। ये प्रतिमा वो साहस दे, जिसे स्वामी विवेकानंद प्रत्येक व्यक्ति में देखना चाहते थे। स्वामी जी के दर्शन का मुख्य आधार करुणाभाव और दया है, जो आपको प्रेरित करती रहेगी।
पीएम ने कहा कि देश का युवा दुनियाभर में ब्रांड इंडिया का ब्रांड एंबेसडर हैं। आप 21वीं सदी में भारत की नई पहचान गढऩे वाले युवा हैं। आपसे यही अपेक्षाएं हैं। भारत 21वीं सदी की दुनिया में भारत क्या योगदान देगा, ये हम सभी का दायित्व है। अनावरण कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि स्वामीजी का शिकागो में दिया गया भाषण एक मिसाल है। इसके साथ ही उन्होंने जेएनयू के पूर्व छात्रों को मूर्ति की स्थापना के लिए बधाई भी दी।
जेएनयू के कुलपति ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत के सबसे प्रिय बुद्धिजीवियों और आध्यात्मिक नेताओं में से एक हैं। यह भारत के लिए गौरव की बात है। उन्होंने भारत में स्वतंत्रता, विकास, सद्भाव और शांति के अपने संदेश से युवाओं को प्रोत्साहित किया है। उन्होंने नागरिकों को भारतीय सभ्यता, संस्कृति और इसकी भावना पर गर्व करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सभी छात्रों को बधाई दी।